प्रवासी कामगारों की लगातार बढ़ती संख्या से पनप रहा कोरोना संक्रमण का भय Gorakhpur News
प्रवासी कामगारों की जनपद में लगातार संख्या बढ रही है। इससे कोरोना संक्रमण का भय सता रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। सिद्धार्थनगर जनपद में बाहर से आने वाले प्रवासियों का सिलसिला थम नहीं रहा है। रविवार को करीब एक हजार मुंबई, पुणे, अहमदाबाद से इटवा पहुंचे। बढ़ती प्रवासियों की संख्या प्रशासन सहित आमजन के लिए टेंशन का सबब बन रही है। क्योंकि जिस शहर से आ रहे हैं, वहां कोरोना संक्रमण के मामले काफी आए हैं।
चूंकि अब बाहर से आने वालों के लिए होम क्वारंटाइन व्यवस्था है, इसलिए लोगों में दहशत है कि कहीं कोरोना संक्रमण का फैलाव अपने क्षेत्र में न हो जाए। रविवार को बड़े-बड़े समूह में लोग ट्रक, डीसीएम, कंटेनर, मैजिक से आते नजर आए। इनमें मुंबई, गुजरात व पुणे के लोग ज्यादा रहे। जो इटवा के विभिन्न क्षेत्रों के निवासी थे। इसमें बहुत सारी महिलाएं व बच्चे भी शामिल थे। मैचकी के सुनील कुमार, मिठौवा के वीरेन्द्र कुमार, परसा देवाइचपार, मनोज कुमार तेलिया डीह, बिड़रा के विजय त्रिपाठी आदि का कहना था कि बड़ी मुश्किलों के बाद घर पहुंचे हैं।
लॉकडाउन में जीवन बड़ा कष्टदायक हो गया था। कामधाम काफी पहले बंद हो गया, अब तो भोजन के लाले पड़ गए थे। यही वजह है कि कोई 3500 तो कोई चार-चार हजार रुपये ट्रक पर किराया देकर अपने गांव के लिए वापस लौटे। सभी लोग अलफारूक इंटर कालेज स्थित कंट्रोल सेंटर पर पहुंचे।
जहां एसडीएम विकास कश्यप व पुलिस क्षेत्राधिकारी श्रीयश त्रिपाठी माइक से लोगों को होम क्वारंटाइन संबंधित हिदायत देते देखे गए। बाहर से आने वाले लोगों का यहां रजिस्ट्रेशन, आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड, श्रम विभाग की योजनाओं से संबंधित फार्म भराया गया। तहसीलदार अर¨वद कुमार ने कहा कि अब तक करीब साढे़ सात हजार लोग बाहर से आए हैं। सभी लोगों को राशन किट उपलब्ध कराने के साथ उन्हें होम क्वारंटाइन के लिए भेजा गया है।