विज्ञान प्रदर्शनी में बोले महराजगंज के डीएम, विज्ञान के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाएं विद्यार्थी
महराजगंज के जिलाधिकारी ने कहा कि विज्ञान के बल पर भारत आज अपनी क्षमता प्रदर्शित कर रहा है। भारतीय वैज्ञानिकों ने कोविड जैसी महामारी को रोकने के लिए टीका बना विकासशील देशों के लिए रास्ता खोल दिया है। कोविड काल में भारत की क्षमता को पूरी दुनिया ने देखा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। महराजगंज के जिलाधिकारी ने कहा कि विज्ञान के बल पर भारत आज अपनी क्षमता प्रदर्शित कर रहा है। भारतीय वैज्ञानिकों ने कोविड जैसी महामारी को रोकने के लिए टीका बना विकासशील देशों के लिए रास्ता खोल दिया। छात्र-छात्राएं भी विज्ञान के प्रति अपनी अभिरुचि बढ़ाते हुए इस क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाएं। 15 जनवरी को जिला विज्ञान क्लब की तरफ से जिला पुस्तकालय में आयोजित तीन दिवसीय विज्ञान प्रदर्शनी का शुभारंभ करते उन्होंने यह बातें कहीं। इस अवसर पर 12 विद्यालयों के 240 छात्र-छात्राओं ने तोड़फोड़ जोड़ कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। डीएम ने कार्यक्रम का निरीक्षण कर विद्यार्थियों का उत्साहर्वधन किया।
विद्यर्थियों में वैज्ञानिक सोच का विकास करना जरूरी
वरिष्ठ कोषाधिकारी शालिग्राम ने कहा कि अपने दैनिक जीवन में वैज्ञानिक चिंतन और कार्य का समावेश करें। हम हर पल विज्ञान को जीते हैं तथा अज्ञानता में उन सब चीजों को जान नहीं पाते। ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से हम इस प्रकार के चिंतन का समावेश कर सकते हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक अशोक कुमार सिंह ने कहा कि आमजन के लिए विज्ञान तभी हो पाएगा जब विद्यालयों से निकलने वाले विद्यार्थियों में वैज्ञानिक तर्कशीलता, विवेचन, विश्लेषण का समावेशन उनके नवप्रवर्तनओं की सोच में होगा।
जीवन का आधार है विज्ञान
गणेश शंकर विद्यार्थी स्मारक इंटर कालेज के प्रधानाचार्य विजय बहादुर सिंह ने कहा कि कहा कि विज्ञान जीवन का आधार है। विज्ञान के चिंतन में डूबने वाले लोग ही नया आविष्कार करते हैं। कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र एवं मेडल देकर सम्मानित किया गया। इस प्रतियोगिता में महामाया पालिटेक्निक कें इंद्रेश चौरसिया को प्रथम स्थान, पैरामाउंट एकेडमी की स्वाति श्रीवास्तव द्वितीय स्थान तथा आरके सनशाइन के अरविंद निषाद को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। आरपीएससी सिसवा के विवेक जायसवाल, आरके सनशाइन के चंदन यादव, महाराणा प्रताप के हृदयानंद गुप्त को सांत्वना पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। निर्णायक मंडल में राम नारायण मिश्र, देवेंद्र पांडेय, आजाद प्रजापति, मोहम्मद कादिर आदि प्रमुख रहे। संचालन विज्ञान शिक्षक अमरेंद्र शर्मा ने किया। इस अवसर पर मेजर अखिलेश्वर, विज्ञान क्लब के समन्वयक विमल पांडेय, सीताराम आदि उपस्थित रहे।