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रिश्‍तों का खून : हत्‍या से पहले बेटी से किया था दुष्‍कर्म Gorakhpur News

गोरखपुर में दिल दहलाने वाली घटना में नए नए खुलासे हो रहे हैं। हत्‍यारे पिता ने स्‍वीकार किया है कि बेटी की हत्‍या के पहले उसने बेटी के साथ दुष्‍कर्म भी किया था।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Mon, 19 Aug 2019 10:37 AM (IST)Updated: Mon, 19 Aug 2019 05:09 PM (IST)
रिश्‍तों का खून : हत्‍या से पहले बेटी से किया था दुष्‍कर्म Gorakhpur News
रिश्‍तों का खून : हत्‍या से पहले बेटी से किया था दुष्‍कर्म Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर के गोला क्षेत्र के बाथ बुजुर्ग में अपनी ही पुत्री की हत्या करने के आरोपित जय प्रकाश गुप्त को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। पूछताछ में आरोपित के कबूलनामे के बाद मुकदमे में दुष्कर्म के साथ ही आपराधिक साजिश रचने की धारा बढ़ा दी गई है। आरोपित ने स्‍वीकार किया कि हत्‍या के पहले उसने बेटी के साथ दुष्‍कर्म किया था। पुलिस की रिपोर्ट पर रविवार को पोस्टमार्टम के बाद डाक्टरों ने युवती के कंकाल को डीएनए टेस्ट के लिए सुरक्षित कर सील करा दिया है।

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आरोपित पिता की निशानदेही पर अलग-अलग स्थान से क्षत-विक्षत सिर और धड़ (कंकाल) बरामद करने के साथ ही पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार, शव और धड़ को फेंकने में प्रयुक्त मोपेड और चार जूट का तथा एक प्लास्टिक का बोरा बरामद कर लिया है। थानेदार संतोष कुमार ने बताया कि युवती का कंकाल सुरक्षित रखा गया है। बाद में न्यायालय से अनुमति लेकर उसे डीएनए परीक्षण के लिए भेजा जाएगा।

निर्वस्त्र कर फेंका था शव

अपनी ही बेटी की हत्या के आरोप में पुलिस ने शनिवार को ही उसके पिता जय प्रकाश गुप्त को गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में पिता ने बताया कि युवती का गला काटने के बाद काफी रक्त स्राव हो रहा था। बेटी के पहने कपड़े निकाल कर उसने उसी से खून साफ किया। बाद में सिर और धड़ अलग-अलग फेंकने के बाद खून से सने बेटी के कपड़े एक अन्य बोरे में भरकर उसने हरपुर ब्रह्मस्थान के पास पुलिया से कचना नाले में फेंक दिया था। गोला पुलिस बोरे में भरकर फेंके गए कपड़ों की तलाश कर रही है।

पिता के दबाव में दीदी-जीजा से बात नहीं करती थी युवती

घटना की जानकारी होने पर युवती के दीदी और जीजा रविवार को बाथ बुजुर्ग पहुंचे। पूछताछ में उन्होंने पुलिस को बताया है कि पहले युवती उनसे फोन पर बात करती रहती थी, लेकिन बाद पिता के दबाव में उसने उनसे बात करना बंद कर दिया। इस बीच उनका मोबाइल नंबर भी बदल गया। बीते 29 मई को रिश्तेदारी के घर एक शादी समारोह में युवती के दीदी-जीजा भी आए थे। वहीं मुलाकात होने पर उसने पिता के दबाव की वजह से उनको फोन न करने की बात कही थी। शादी में उसने उनका मोबाइल नंबर लिया था। इसके बाद से वह कभी-कभार उनको फोन करती थी, लेकिन पिता की हरकत के बारे में उसने, उनसे कभी कोई चर्चा नहीं की थी।

दामाद पर लगा रहा था बेटी के अपहरण का आरोप

युवती की हत्या के कुछ दिन बाद जय प्रकाश ने दामाद विपिन के पिता को फोन कर उसके गायब होने की सूचना दी थी। बातचीत में उसने बेटी के गायब होने के पीछे विपिन का हाथ होने का आरोप लगाया था। इसकी जानकारी होने पर विपिन की पत्नी ने पिता को फोन किया तो उसने उस पर उसके पति पर बेटी के अपहरण का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देनी शुरू कर दी। इससे परेशान होकर विपिन ने कोलकाता में रह रहे ससुर के बड़े भाई के बेटे से संपर्क किया। उन्हीं के माध्यम से युवती के गायब होने का मामला पुलिस तक पहुंचा।

पिता से पीछा छुड़ाने को गोरखपुर रहती थी युवती

हत्यारोपित जय प्रकाश गुप्त मूल रूप से गोला क्षेत्र के विशुनपुर राजा गांव का रहने वाला है। वह गल्ले का कारोबार करता था। करीब 15 साल पहले उसने बाथ बजुर्ग गांव में घर बनवा कर परिवार के साथ रहने लगा। वर्ष 2009 में उसकी पत्नी की मौत हो गई। वर्ष 2015 में उसने बड़ी बेटी की शादी कर दी। घर में जय प्रकाश और उसकी छोटी बेटी ही रह गए। पूछताछ में जय प्रकाश ने बताया कि वर्ष 2017 से वह छोटी बेटी को अपनी हवस का शिकार बना रहा था। इससे परेशान होकर इंटर की पढ़ाई पूरी करने के बाद छोटी बेटी गोरखपुर में रहने लगी। वहां किसी दुकान में करती थी। कभी कभार ही घर आती थी, लेकिन जब भी वह घर आती थी, पिता उसे अपनी हवस का शिकार बनाता था। 26 जुलाई को वह घर गई थी। 27 जुलाई की रात पिता ने उससे संबंध बनाने की कोशिश की। विरोध करने पर उसने गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और बाद में सिर और धड़ को अलग कर दो स्थानों पर फेंक दिया। युवती के अक्सर गोरखपुर रहने की वजह से उसके अचानक गायब होने पर किसी को शक भी नहीं हुआ।

अंत्येष्टि को लेकर उठी समस्या

डीएनए परीक्षण कराने के लिए पुलिस ने युवती के कंकाल को पोस्टमार्टम के बाद सुरक्षित रखने की रिपोर्ट भेजी थी। इस आधार पर पोस्टमार्टम के बाद डाक्टरों ने उसका कंकाल सुरक्षित कर सील करा दिया है। उधर युवती के दीदी-जीजा उसकी अंत्येष्टि करना चाह रहे हैं। इसके लिए कंकाल को वे अपने कब्जे में लेना चाह रहे थे। काफी देर तक वे इसके लिए प्रयास करते रहे लेकिन उन्हें अंत्येष्टि के लिए कंकाल नहीं मिला। वैसे गोला पुलिस थानेदार ने उन्हें कंकाल का कुछ हिस्सा अंत्येष्टि के लिए दिलाने का भरोसा दिया है।

हुआ यह था

युवती के गायब होने की जानकारी होने पर उसकी बड़ी बहन ने पिता जय प्रकाश को फोन किया तो उसने उसे और उसके पति पर ही छोटी बेटी का अपहरण करने का आरोप लगाना शुरू कर दिया। इससे परेशान होकर बड़ी बेटी के पति ने कोलकाता में रहने वाले चचेरे साले को फोन कर मदद मांगी। दोनों ने बातचीत करने के बाद 16 अगस्त को एसएसपी को फोन कर युवती के रहस्यमय परिस्थितियों में गायब होने की सूचना दी। एसएसपी के निर्देश पर गोला पुलिस ने संदेह के आधार पर जय प्रकाश को उसी दिन हिरासत में ले लिया। उससे पूछताछ के बाद दूसरे दिन (17 अगस्त को) उसकी निशानदेही पर उरुवा क्षेत्र में गजपुर गांव के पास नहर से युवती का सिर और गोला क्षेत्र में हरपुर गांव के पास कचना नाले से युवती का धड़ (कंकाल) बरामद किया। बाद में हत्यारोपित पिता ने बेटी के साथ दो साल से दङ्क्षरदगी करने और विरोध करने पर 27 जुलाई की रात उसकी हत्या कर देने की दिल दहला देने वाला घटनाक्रम बताया।


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