गोरखपुर जेल में बवाल 16 हिस्ट्रीशीटरों ने रची थी साजिश, ये कम खतरपरक अपराधी नहीं Gorakhpur News
बवाल शांत करने के बाद जेल प्रशासन ने अपने स्तर से जांच कराई। इसी जांच-पड़ताल में बवाल की साजिश रचने वाले 16 हिस्ट्रीशीटरों का नाम सामने आया।
गोरखपुर, जेएनएन। जिला कारागार में 11 अक्टूबर को हुए बवाल की साजिश 16 हिस्ट्रीशीटरों ने मिलकर रची थी। बवाल के बाद शाहपुर थाने में दर्ज कराए गए मुकदमे में नामजद 21 आरोपितों में इन हिस्ट्रीशीटरों का नाम भी शामिल हैं। इन आरोपितों में 14 ऐसे हैं जो गैंगस्टर एक्ट के तहत जेल में निरुद्ध हैं। अभियुक्त बनाए गए हिस्ट्रीशीटरों पर हत्या, लूट और हत्या के प्रयास जैसी संगीन धाराओं में 150 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
ये था मामला
जेल में 11 अक्टूबर की सुबह बैरक खुलने पर डिप्टी जेलर बंदियों गणना कराने गए थे। इस दौरान खराब खाना मिलने और जेल में आकर पुलिस वालों के मारपीट करने की शिकायत करते हुए सजायाफ्ता कोईल यादव और उसके साथियों ने उनसे हाथापाई शुरू कर दी। इसकी जानकारी होने पर जेलर मौके पर पहुंचे तो बंदियों ने उन पर भी हमला बोल दिया। जेलर और डिप्टी जेलर किसी तरह से उनके बीच से निकल पाए थे। इस बीच बंदियों ने जेल के किचन में तोडफ़ोड़ कर आगजनी शुरू कर दी। कई घंटों की मशक्कत के बाद ही जेल प्रशासन स्थिति सामान्य करने में सफल हो सका।
जेल में बयान दर्ज करने पर भड़के थे बंदी
10 अक्टूबर को सीओ क्राइम प्रवीण सिंह कोर्ट के आदेश पर पाक्सो एक्ट के दो मुकदमे में आरोपितों का बयान दर्ज करने जेल में गए थे। बवाल करने वाले बंदियों को जेल में बयान दर्ज करने की बात काफी नागवार लगी थी। अंदर मौजूद कुछ शातिर बदमाश जेल में अपनी हुकूमत चलाना चाहते हैं। उनकी हर संभव कोशिश रहती है कि जेल के अंदर प्रशासन की पकड़ कमजोर रहे। इसीलिए जेल में सीओ का बयान दर्ज करना उन्हें नागवार लगा था। इसलिए साजिश रचकर उन्होंने दूसरे दिन बवाल कर दिया।
घटना की जांच में उजागर हुई हिस्ट्रीशीटरों की साजिश
बवाल शांत करने के बाद जेल प्रशासन ने अपने स्तर से जांच कराई। इसी जांच-पड़ताल में बवाल की साजिश रचने वाले 16 हिस्ट्रीशीटरों का नाम सामने आया। हालांकि इस साजिश में पांच अन्य बदमाश भी शामिल थे। जांच के आधार पर जेलर ने इस मामले में 21 नामजद और 250 अज्ञात बंदियों के विरुद्ध शाहपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। शाहपुर थानेदार इसक तफ्तीश कर रहे हैं।
बोले वरिष्ठ जेल अधीक्षक
इस संबंध में वरिष्ठ जेल अधीक्षक डा. रामधनी का कहना है कि जेल में बवाल की साजिश रचने के पीछे कुछ हिस्ट्रीशीटरों के नाम सामने आए हैं। बवाल करने में जो भी बंदी शामिल था, उसके विरुद्ध जेल मैनुअल के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।