लूट की रकम के बटवारे को लेकर साथियों ने ही की थी युवक की हत्या Gorakhpur News
गोरखनाथ में ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। मृतक की भी शिनाख्त हो चुकी है। लूट की रकम बटवारे को लेकर यह हत्या हुई थी। पुलिस चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की तैयारी में है।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोरखनाथ थाना क्षेत्र के ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। मृतक की भी शिनाख्त हो चुकी है। उसका नाम राहुल सिंह है। वह बांसगांव थाने के दोनखर कस्बे का निवासी था। 27 अगस्त की रात उसका खून से सना शव सुभाषनगर के सामने हरबट बंधे से बरामद हुआ था। उसकी हत्या करने वाले चारों आरोपित उसी के गैंग के साथी हैं। उन्होंने लूट की रकम बटवारे को लेकर राहुल की हत्या की थी। पुलिस चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की तैयारी में है।
ऐसे हुआ खुलासा
राहुल का शव मिलने के बाद पुलिस ने उसकी फोटो कई वाहनों पर चस्पा कर दी थी। सोशल मीडिया पर भी फोटो वायरल हुई थी। फोटो देखकर उसके रिश्तेदार सुनील चंद ने उसकी शिनाख्त की थी। मोबाइल सीडीआर के आधार पर गोरखनाथ थाना पुलिस, स्वाट की संयुक्त टीम आरोपितों की तलाश में जुटी हुई थी। सूचना मिली हत्या में शामिल चार आरोपित सूर्य बिहार कालोनी के रेलवे लाईन के किनारे डोमखाना के पास मौजूद हैं।
लूट की जानकारी करने में जुटी है पुलिस
पुलिस ने दबिश देकर अहमद अली उर्फ नाटे निवासी निवासी खूनीपुर थाना कोतवाली, इरफान निवासी अजय नगर भट्ठा थाना गोरखनाथ, सलीम व गुलजार निवासी भीटनी मदरसा थाना तिवारीपुर है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जोगेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि आरोपितों ने लूट की रकम के बटवारे को लेकर आरोपित की हत्या की थी। इन्होंने लूट कहां की थी, अभी इसकी वास्तविक जानकारी नहीं मिल सकी है। इसकी छानबीन की जा रही है। मृतक आरोपितों का साथी था। जेल के बैरक नंबर 5 में वह नाटे के साथ ही बंद था।
वाहन चोरों का गिरोह धराया, सात बाइक बरामद
रामगढ़ ताल थाना पुलिस ने मंगलवार रात करीब डेढ़ बजे थाना क्षेत्र के हनुमान मंदिर रामपुर तिराहे पर वाहन चोरों के गिरोह को पकड़ा है। उनकी निशानदेही पुलिस ने चोरी की सात बाइक बरामद की है। आरोपितों का नाम आलोक मिश्रा व प्रभुनाथ प्रसाद निवासी ग्राम भीटी खोरिया थाना खजनी है। स्वाट व गोरखनाथ पुलिस के हत्थे चढ़ा नाटे गैंग से पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि वह घटनओं को अंजाम देने के लिए चोरी के वाहनों का प्रयोग करता है। इसके लिए एक गिरोह उनके संपर्क में है। गिरोह के मास्टरमाइंड आलोक मिश्रा से उसने 3500 रुपये की चोरी की ग्लैमर खरीदी थी।