मुख्यमंत्री ने 1050 करोड़ की लागत से बायोफ्यूल कांप्लेक्स का किया शिलान्यास, कहा-खत्म हुआ दक्षिणांचल का औद्योगिक सूखा Gorakhpur News
एथनाल प्लांट की उपयोगिता बताते हुए योगी ने कहा कि धान की भूसी मवेशियों के गोबर भूसा पराली के अपशिष्ट का न केवल किसानों को दाम मिलेगा बल्कि पेट्रोलियम जरूरतेें भी पूरी होंगी।
गोरखपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मानना है कि 'टूजी एथेनाल व कम्प्रेस्ड बायोगैस प्लांट दक्षिणांचल ही नहीं पूर्वांचल का औद्योगिक सूखा खत्म करेगा। धुरियापार में प्लांट का शिलान्यास करते हुए मुख्यमंत्री ने औद्योगिक विकास की तस्वीर भी रखी। केंद्रीय पेट्रोलियम एवं इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस पल का श्रेय प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को देते हुए कहा कि गद्दी तो तमाम लोग संभालते हैं, लेकिन मोदी-योगी इकलौते हैं जो कहते हैं वह करके दिखाते हैं।
1050 करोड़ की लागत से बायोफ्यूल कांप्लेक्स का शिलान्यास
1050 करोड़ की लागत से चीनी मिल की 50 एकड़ जमीन पर बायोफ्यूल कांप्लेक्स का शिलान्यास बुधवार को हुआ। एथनाल प्लांट की उपयोगिता गिनाते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि धान की भूसी, मवेशियों के गोबर, भूसा, पराली, गन्ने के अपशिष्ट का न केवल किसानों को दाम मिलेगा बल्कि एथनाल बनाकर पेट्रोलियम जरूरतों को पूरा भी किया जाएगा। यह प्लांट हर साल लाखों कार्य दिवस का रोजगार भी सृजित करेगा।
युवाओं को सिंगापुर और बैंकाक नहीं जाना पड़ेगा
दक्षिणांचल की भावी तस्वीर दिखाते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि उद्योगों का अभाव यहां खत्म होगा। युवाओं को सिंगापुर और बैंकाक नहीं जाना पड़ेगा। पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ औद्योगिक गलियारा ही नहीं गो-आश्रय स्थल भी खोला जाएगा। बाटलिंग प्लांट बनने के बाद सिर पर सिलेंडर ढोने की जरूरत नहीं होगी, गैस भी पानी की तरफ पाइप से घर-घर पहुंचेगी। वाराणसी फोरलेन काम तेज हो चुका है, इसे रामजानकी मार्ग से जोड़ा जाएगा।
नामुमकिन को मुमकिन करने वाले के नाम मोदी और योगी
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के साथ स्मृतियों को ताजा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामुमकिन को मुमकिन करने वाला नेता बताया। उन्होंने कहा कि यही काम उत्तर प्रदेश में योगी कर रहे हैं। एथनाल व बायोगैस प्लांट के साथ फर्टिलाइजर की उपयोगिता गिनाते हुए केंद्रीय मंत्री ने बताया कि चार साल पहले बाटलिंग प्लांट का शिलान्यास हुआ था आज उसका लोकार्पण है। फर्टिलाइजर का काम भी 66 फीसद हो चुका है। इसके लिए गैस पाइप लाइन की जरूरत है जिसे वाराणासी-गोरखपुर के बीच पूरा कर लिया गया है। जो सुविधा दिल्ली व मुंबई में मिलती है वह गोरखपुर में भी पहुंच जाएगी। धुरियापार में शिलान्यास से पहले मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने ङ्क्षहदुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) के खाद कारखाना का निरीक्षण किया। निर्माण की प्रगति पर संतोष जताते हुए 2020 में पूरा जबकि 2021 में शुरू करने के निर्देश दिए। इसके अलावा गीडा में इंडियन आयल के बाटलिंग प्लांट का भी लोकार्पण कर निरीक्षण किया।