बोले मुख्यमंत्री-गोरखपुर में एम्स शुरू होने का मुझसे ज्यादा आत्मिक सुख किसी को नहीं Gorakhpur News
छात्रों के बीच आयोजित स्वागत समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर में एम्स शुरू होने का मुझसे ज्यादा आत्मिक सुख किसी को नहीं हो सकता। यूपीए सरकार के पहले से मैं प्रयासरत था।
गोरखपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार समाज को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पूरे देश में छह एम्स का निर्माण चल रहा है जिसमें गोरखपुर एम्स की प्रगति सबसे अच्छी है। यह पहला एम्स है जो अपने परिसर में चल रहा है।
किया निरीक्षण, जानी प्रगति
मुख्यमंत्री ने एम्स का निरीक्षण किया। उन्हें एम्स प्रशासन ने एम्स की प्रगति व भावी योजनाओं का प्रजेंटेशन दिया। ओपीडी की व्यवस्था देखी तथा आगंतुक रजिस्टर पर अपने विचार लिखे। छात्रों के बीच आयोजित स्वागत समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर में एम्स शुरू होने का मुझसे ज्यादा आत्मिक सुख किसी को नहीं हो सकता। इसके लिए यूपीए सरकार के पहले से मैं प्रयास कर रहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसकी गंभीरता को समझे और 22 जुलाई 2016 को यहां एम्स व खाद कारखाना का शिलान्यास किया तथा गत 24 फरवरी को इसकी ओपीडी का उद्घाटन भी उन्होंने ने ही किया।
एक अच्छे डाक्टर में संवेदनशीलता जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जानकार मुझे खुशी हुई कि अभी तक इस एम्स में दो लाख 92 हजार लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। आज यहां कॉलेज भी शुरू हो गया है और देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए 50 बच्चे यहा शिक्षा ले रहे हैं। यह एम्स एक लघु भारत के रूप में दिखाई दे रहा है। उन्होंने एमबीबीएस छात्रों को संदेश दिया कि यदि उनमें मरीज व समाज के प्रति संवेदनशीलता है तो ही वह एक अच्छे डॉक्टर हैं और उनका जीवन सच में उपयोगी है।
तीन साल में 15 नए मेडिकल कालेज शुरू कराया
उन्होंने कहा कि 2016 तक प्रदेश में केवल 12 मेडिकल कॉलेज थे। 2016 से 2019 के बीच हमने 15 और मेडिकल कॉलेज का निर्माण शुरू कराया, जिसमें से सात में प्रवेश शुरू हो चुका है। अगले वर्ष शेष आठ में भी प्रवेश शुरू हो जाएगा, साथ ही 14 और मेडिकल कॉलेज के लिए मैंने प्रस्ताव भेजा है। यदि अनुमति मिल गई तो 2022 में उनका भी निर्माण पूरा हो जाएगा। उन्होंने छात्रों व एम्स से उम्मीद की कि वे कुछ गांवों को एडाप्ट कर वहां चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराएंगे।
इससे टूटता है जनता का विश्वास
जूनियर डॉक्टरों व मरीज के परिजनों के बीच मारपीट की घटनाओं पर उन्होंने चिंता व्यक्त की और कहा कि इन घटनाओं से जनता का विश्वास टूटता है। इसे रोकना होगा। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि गोरखपुर एम्स अपनी गरिमा के साथ उन मानकों को स्थापित करेगा जिसके लिए एम्स जाना जाता है। उन्होंने छात्रों के साथ फोटो भी खिंचवाई। निदेशक एम्स डॉ. संजीव मिश्रा ने स्वागत व उपनिदेशक एम्स अश्वनी माहौर ने धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन डॉ. अमरप्रीत ने किया। इस अवसर पर प्रशासन व पुलिस के सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।