Move to Jagran APP

Coronavirus Lockdown : नवमी पर गोरखपुर नहीं आए सीएम योगी, गोरखनाथ मंदिर में कन्या पूजन नहीं हुआ Gorakhpur News

मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की नामौजूदगी में मंदिर के प्रधान पुजारी कमलनाथ ने नौ कन्याओं और एक बटुक भैरव के घर जाकर पूजन की आनुष्ठानिक औपचारिकता पूरी की।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Thu, 02 Apr 2020 06:46 PM (IST)Updated: Fri, 03 Apr 2020 09:43 AM (IST)
Coronavirus Lockdown : नवमी पर गोरखपुर नहीं आए सीएम योगी, गोरखनाथ मंदिर में कन्या पूजन नहीं हुआ Gorakhpur News
Coronavirus Lockdown : नवमी पर गोरखपुर नहीं आए सीएम योगी, गोरखनाथ मंदिर में कन्या पूजन नहीं हुआ Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। लोक कल्याण के लिए गुरुवार को एक बार फिर नाथ परंपरा तोड़ी गई। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए किए गए लॉक डाउन के पालन को लेकर मंदिर से नवरात्र की नवमी पर कन्या पूजन का आयोजन नहीं किया गया।

loksabha election banner

योगी कमलनाथ ने इस तरह की कन्‍या पूजन

मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की नामौजूदगी में मंदिर के प्रधान पुजारी कमलनाथ ने नौ कन्याओं और एक बटुक भैरव के घर जाकर पूजन की आनुष्ठानिक औपचारिकता पूरी की। इस दौरान फिजिकल डिस्टेंसिंग के मानक का पालन किया गया।

मुख्‍यमंत्री के निर्देश पर हुआ हुआ कार्यक्रम

इससे पहले मंदिर की यज्ञशाला में प्रधान पुरोहित रामानुज त्रिपाठी वैदिक ने वेदपाठी ब्राह्मणों के साथ वैदिक मंत्रोच्चार के बीच चैत्र नवरात्र की नवमी पर हवन-पूजन किया। इस आनुष्ठानिक कार्यक्रम में यजमान की भूमिका में प्रधान पुजारी कमलनाथ की मौजूदगी रही। समस्त कार्यक्रम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मंदिर सचिव द्वारिका तिवारी की देखरेख में संपन्न कराया गया।

लोक कल्याण के लिए नई परंपरा का निर्माण नाथ पंथ की खासियत

दरअसल लोक कल्याण के लिए पुरानी को तोड़कर नई परंपरा का निर्माण नाथ पंथ की खासियत रही है। कोरोना के संक्रमण की वजह से ही मुख्यमंत्री योगी होली के दिन गोरखपुर रहने के बावजूद नरसिंह यात्रा में शामिल नहीं हुए थे। ऐसा करके भी उन्होंने पंथ की परंपरा तोड़ी थी।

योगी आदित्‍यनाथ कर रहे निर्वाह

नाथ पंथ से गहरे जुड़े डॉ. प्रदीप राव बताते हैं कि नाथ पंथ का अभ्युदय जड़वत पुरानी परंपराओं को तोड़कर लोक कल्याण के लिए नई परंपरा के सृजन के लिए हुआ है। यही वजह है कि गुरु गोरक्षनाथ से लेकर योगी आदित्यनाथ ने लोगों के लिए पुरानी परंपराओं को तोडऩे और नई परंपराओं के गढऩे में कोई हिचक नहीं दिखाई। इसी खूबी की वजह से नाथ परंपरा का सम्मान संपूर्ण विश्व करता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.