बाहुबली अतीक के खिलाफ जांच करने एक सप्ताह में देवरिया जेल पहुंच सकती है सीबीआइ
सीबीआइ की टीम एक सप्ताह में देवरिया पहुंच सकती है। बाहुबली अतीक अहमद ने रियल एस्टेट एक कारोबारी का अपहरण कर जेल में पिटाई की थी।
गोरखपुर, जेएनएन। बाहुबली अतीक अहमद के देवरिया जेल में रियल एस्टेट कारोबारी की पिटाई कराने की जांच अब सीबीआइ के हाथ में चल गई है। मामले की जांच करने सीबीआइ देवरिया जेल एक सप्ताह के अंदर पहुंच सकती है। सीबीआइ की जांच में जेल के अंदर छिपे कई राज खुल सकते है।
सीबीआइ को जांच सौंपे जाने के बाद जेल कर्मियों में दहशत जैसा माहौल है। किस पर गाज गिरेगी? इसे लेकर सभी सहमे हैं। इसमें प्रथम दृष्टया सबसे कमजोर कड़ी के रूप में जेल अधीक्षक व जेलर माने जा रहे हैं।
यह है मामला
लखनऊ के आलमबाग के विश्वेश्वर नगर निवासी मोहित जायसवाल रियल एस्टेट के कारोबारी है। 26 दिसंबर को लखनऊ से अपहरण कर उसे देवरिया ले जाया गया। मोहित ने आरोप लगाया था कि जेल में अतीक अहमद व उसके गुर्गों ने पिटाई की। साथ ही उसकी दो कंपनियों को जबरिया हड़पते हुए कागजात पर हस्ताक्षर करा लिया। इस मामले में लखनऊ के आलमबाग थाने में अतीक, फारुख, जकी अहमद, उमर, जफरउल्लाह, गुलाब सरवर और अज्ञात एक दर्जन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। इस बीच यह मामला सर्वोच्च न्यायालय के पास चला गया। सर्वोच्च न्यायालय ने मामले की जांच सीबीआइ को सौंप दी है।
अब पूरे प्रकरण की जांच सीबीआइ करेगी। सीबीआइ को जांच सौंपे जाने के बाद जेल कर्मी सहमे हुए हैं, क्योंकि कुछ ऐसे भी राज जेल में छिपे हैं, जो बाहर नहीं आ सके हैं। सीबीआइ जांच में इस राज से भी पर्दा उठने की संभावना है। सूत्रों की माने तो सीबीआइ के आने को लेकर अंदर ही अंदर जेल प्रशासन तैयारियों में जुटा है। इस बाबत जेल अधीक्षक डीके पांडेय ने कहा कि सीबीआइ की जांच में पूरा सहयोग किया जाएगा।