Move to Jagran APP

थाई राजदूत ने कहा- भारत से जुड़ेगा थाईलैंड का रानोंग बंदरगाह Gorakhpur News

थाई राजदूत ने बताया कि वायु सड़क व समुंद्र परिवहन की सेवाएं जब एक साथ परिचालन में आएंगी तब उद्योग व्यापार के क्षेत्र में दोनों देशों का विश्व में दखल बढ़ेगा।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Tue, 10 Dec 2019 06:22 PM (IST)Updated: Wed, 11 Dec 2019 10:31 AM (IST)
थाई राजदूत ने कहा- भारत से जुड़ेगा थाईलैंड का रानोंग बंदरगाह Gorakhpur News
थाई राजदूत ने कहा- भारत से जुड़ेगा थाईलैंड का रानोंग बंदरगाह Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। थाईलैंड के राजदूत शूतिनथोन खोंगसक ने कहा कि इंडो-थाई के मध्य व्यापार को और विकसित करने के लिए दोनों देश समुद्र के रास्ते से भी जुड़ेंगे। थाईलैंड के रानोंग बंदरगाह व भारत के चेन्नई व अंडमान बंदरगाह को समुद्र मार्ग से जोड़ने की योजना पर दोनों देश कार्य कर रहे हैं।

loksabha election banner

राजकुमारी के आगमन की तैयारियों का लिया जायजा

नई दिल्ली स्थित थाईलैंड के राजदूत शूतिनथोन खोंगसक कुशीनगर में मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी। वह थाई राजकुमारी के फरवरी 2020 में कुशीनगर आगमन के मद्देनजर तैयारियों का जायजा लेने आए हुए हैं।

विश्‍व में ऐसे बढ़ेगा दखल

थाई राजदूत ने बताया कि भारत और थाईलैंड पहले से ही वायुसेवा से जुड़े हुए हैं। दोनों देशों के मध्य सड़क निर्माण का कार्य तेजी से पूर्ण होने की कगार पर है। वायु, सड़क व समुंद्र परिवहन की सेवाएं जब एक साथ परिचालन में आएंगी, तब उद्योग व्यापार के क्षेत्र में दोनों देशों का विश्व में दखल बढ़ेगा।

ट्राइलैटरल हाईवे से वियतनाम को भी जोड़ने की योजना

भारत-म्यांमार-थाईलैंड ट्राइलैटरल हाईवे की प्रगति की जानकारी देते हुए राजदूत ने बताया कि भारत के सहयोग से इसका निर्माण चल रहा है। ट्राइलैटरल हाईवे से वियतनाम को भी जोड़ने की योजना है। 1400 किमी. ट्राइलैटरल हाईवे का निर्माण भारत के सहयोग से 2016 से निर्माणाधीन है। यह भारत के मोरे से म्यांमार के तामूर नगर होते हुए थाईलैंड के मेई सेत जिले के ताक तक जाएगा। यह भारत को जमीन के रास्ते दक्षिण-पूर्व एशिया से जोड़ने की योजना है।

परियोजनाओं के पूर्ण हो जाने के बाद होंगे गहरे संबंध

इन परियोजनाओं के पूर्ण हो जाने के बाद पर्यटन, व्यापार में बढ़ोत्तरी के साथ-साथ संबंधित देशों के मध्य मैत्री संबंध और गहरे होंगे। राजदूत बोले कि कंबोडिया, लाओस व मलेशिया से थाईलैंड का सर्वाधिक बार्डर ट्रेड है। सड़क मार्ग से जुड़ जाने से भारत से भी बार्डर ट्रेड बढ़ जाएगा। राजदूत बोले कि आसियान देशों को भी सड़क व वायुमार्ग से जोड़ने की योजना है। राजदूत ने विश्वास जताया कि थाई राजकुमारी की भारत भ्रमण यात्रा से हजारों वर्ष से चले आ रहे भारत-थाई संबंध और प्रगाढ़ होंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.