बैंकाक जाने वाले सैलानियों को सोने का तस्कर बना रहे कॅरियर Gorakhpur news
पूर्वांचल के युवाओं में थाईलैंड जाने का क्रेज बढ़ा तो सोने की तस्करी में भी इजाफा हो गया। सोने के तस्कर अब इन युुुुुुुुवाओं को कॅरियर के रूप में प्रयोग करनेे लगे हैं।
गोरखपुर, नवनीत प्रकाश त्रिपाठी। पूर्वांचल के युवाओं में थाईलैंड जाने का क्रेज बढ़ा तो सोने की तस्करी में भी इजाफा हो गया। बैंकाक जाने वाले युवाओं को अपने जाल में फंसाने वाले तस्कर उनका इस्तेमाल बतौर कैरियर कर रहे हैं। इसके लिए वह आने-जाने का किराया और होटल खर्च मुफ्त होने का लालच दे रहे हैं। 'थाईलैंड जाओ-सोना ले लाओ' की स्कीम में फंसकर कई युवा न केवल रैकेट का शिकार बन गए बल्कि उन मुकदमा भी दर्ज हुआ।
थाईलैंड जाओ, सोना ले आओ
थाईलैंड में सोने की कीमत 50 से 60 हजार रुपये प्रति सौ ग्राम कम है। भारत में सोने के प्रति लोगों का क्रेज और यहां के बाजार में इसकी खरीद-बिक्री आसान होने के चलते यहां इसकी तस्करी हो रही है। कुछ साल पहले तक भारत में सोना नेपाल के रास्ते आता था। मगर अब थाईलैंड जाने वाले युवाओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए वाराणसी के बाबतपुर और लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट होते हुए इसकी खेप पूर्वांचल में पहुंचाई जा रही है।
डीआरआइ ने तीन युवकों को किया था गिरफ्तार
राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआइ) लखनऊ की टीम ने सितंबर 2019 में कैंट के दाउदपुर से तीन युवकों को सोना तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था। इन तीनों को गिरोह ने थाईलैंड घूमने के लिए भेजा था। लौटते समय यह युवक वहां से सोना लेकर आए थे। उन्होंने जूते के तले में सोना छिपाकर लाने की बात कबूल की थी।
पकड़ी गई तस्करी के सोने की खेप
09 जून 2019 : बाबतपुर हवाई अड्डे पर पकड़े गए दो यात्रियों ने बेल्ट में लगी बक्कल को सोने का बनवा लिया था।
20 मई 2019 : बाबतपुर एयरपोर्ट से दो व्यक्ति चार किलो सोने के साथ गिरफ्तार हुए। पहले ने लोहे के हथौड़े को खोखला करवाकर उसके अंदर सोना छिपाया था, जबकि दूसरे ने पास्ता बनाने वाली मशीन के अंदर सोना रखा था।
25 मई 2019 : लखनऊ एयरपोर्ट पर सोने की खेप के साथ कानपुर के व्यक्ति को पकड़ा गया।
26 मई 2019 : बाबतपुर एयरपोर्ट पर एक महिला और पुरुष पकड़े गए। उन्होंने अपने बैग में सोना लगवाया था, जो बैग की डिजाइन का हिस्सा लग रहा था।
किसी भी तरह की तस्करी रोकने के लिए कस्टम की टीम हर संभव प्रयास कर रही है। सोने की तस्करी रोकना भी इसमें शामिल है। सूचनाएं एकत्र करने के लिए टीमों को सक्रिय किया गया है। उम्मीद है कि रैकेट का पर्दाफाश करने में जल्दी ही कामयाबी मिलेगी। - वीके तिवारी, सहायक आयुक्त कस्टम