प्याज की जमाखोरी पर अंकुश लगाने के लिए गठित हुईं टीमें Gorakhpur News
जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन ने बताया कि जांच टीमें मंडियों में भारत सरकार की ओर से निर्धारित भंडारण सीमा को प्रभावी तरीके से लागू कराएंगी। साथ ही प्याज के थोक एवं फुटकर व्यापारियों की जांच कर निर्धारित भंडारण सीमा का पालन कराया जाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन। प्याज की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने, जमाखोरी एवं मुनाफाखोरी पर रोक लगाने के लिए जिलाधिकारी ने जांच टीम गठित की है। गोरखपुर मंडी में पांच सदस्यीय, जबकि चौरीचौरा एवं सहजनवां में चार-चार अधिकारियों की टीम का गठन किया गया है।
थोक एवं फुटकर व्यापारियों की होगी जांच
जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन ने बताया कि जांच टीमें मंडियों में भारत सरकार की ओर से निर्धारित भंडारण सीमा को प्रभावी तरीके से लागू कराएंगी। साथ ही प्याज के थोक एवं फुटकर व्यापारियों की जांच कर निर्धारित भंडारण सीमा का पालन कराते हुए प्याज की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने का प्रयास किया जाएगा। सभी एसडीएम अपने क्षेत्र में प्याज के थोक एवं फुटकर विक्रेताओं की निरंतर जांच करेंगे। निर्देशों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी और उसकी सूचना डीएम कार्यालय को देनी होगी। उन्होंने बताया कि थोक विक्रेता के लिए 25 मीट्रिक टन एवं फुटकर विक्रेता के लिए दो मीट्रिक टन भंडारण सीमा निर्धारित है।
उल्लेखनीय है कि यहां पर थोक एवं फुटकर में प्याज की कीमत में भारी अंतर है। थोक में जहां प्याज की कीमत कम है वहीं फुटकर में उसका ज्यादा ज्यादा है। फुटकर दुकानदारों के कारण आम लोगों तक प्याज बड़ी मुश्किल से पहुंच रहा है। हालांकि प्रशासन ने इसके लिए काफी प्रयास किया। प्रशासन के सहयोग से ही फल एवं सब्जी मंडी में चार फुटकर दुकानों को खोलवा दिया है। इन दुकानों से आम लोगों के लिए पांच किलो प्याज और पांच किलो आलू सस्ते दर पर दिलाने का काम जारी है। वहीं अन्य मंडी में प्याज के दाम में कोई कमी नहीं हो पाई है। शहर के अन्य सब्जी मंडी में इस समय भी प्याज 50 रुपये किलो के हिसाब से मिल रहा है। प्रशासन अब ऐसे ही मंडियों में प्याज की कीमत को सस्ते दर पर दिलाने का काम करेगा।