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परिषदीय स्कूलों के बच्चों को गणित व विज्ञान में दक्ष बनाएंगे शिक्षक, खेल-खेल में कठिन नियमों को सीखेंगे विद्यार्थी

आइआइटी गांधीनगर से प्रशिक्षण लेकर लौटी 40 सदस्यीय टीम ने कार्ययोजना तैयार की है। इसके तहत बच्चे खेल-खेल में विज्ञान के कठिन नियमों को सिखेंगे। शिक्षक बच्चों को पढ़ाने के दौरान उन्हें जिन प्रमुख गतिविधियों व सिद्धांतों के जरिये गणित व विज्ञान में दक्ष बनाएंगे।

By Pragati ChandEdited By: Published: Wed, 29 Jun 2022 09:50 AM (IST)Updated: Wed, 29 Jun 2022 09:50 AM (IST)
परिषदीय स्कूलों के बच्चों को गणित व विज्ञान में दक्ष बनाएंगे शिक्षक, खेल-खेल में कठिन नियमों को सीखेंगे विद्यार्थी
परिषदीय स्कूलों के बच्चों को गणित व विज्ञान में दक्ष बनाएंगे शिक्षक। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर जिले के परिषदीय स्कूलों के बच्चे कहने के लिए तो अखबार से टोपी बनाएंगे लेकिन वह इसके जरिये गणित के पृष्ठीय क्षेत्रफल व आयतन की अवधारणा विकसित करेंगे। इसी तरह नारियल पानी के पाइप से ध्वनि उत्पन्न करने वाले वाद्य यंत्रों का निर्माण कर छात्र ध्वनि उत्पन्न होने वाले कारणों को समझेंगे साथ ही गुब्बारे में भरी हुई हवा के द्वारा ताप, दाब और आयतन के संबंधों को प्रयोग कर सत्यापित कर विज्ञान के कठिन नियमों को खेल-खेल में सीखेंगे। कुछ इसी तरह की कार्ययोजना बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा नामित 40 सदस्यीय टीम ने 11 से 15 जून तक आइआइटी गांधीनगर में प्रशिक्षण प्राप्त कर लौटने के बाद तैयार की है।

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प्रशिक्षण में प्रतिभागी के रूप में शामिल हुए जिला समन्वयक प्रशिक्षण विवेक जायसवाल व शिक्षक प्रभात त्रिपाठी के अनुसार विज्ञान और गणित के सभी एआरपी (एकेडमिक रिसोर्स पर्सन) को यह प्रशिक्षण दिलाया गया है। प्रशिक्षण प्राप्त एआरपी एवं शिक्षक अपने ब्लाक के गणित व विज्ञान विषय में रुचि रखने वाले शिक्षकों के साथ संवाद स्थापित करते हुए उन्हें प्रशिक्षण में प्राप्त जानकारियों से अवगत कराएंगे। साथ ही विद्यालय की कक्षाओं में बच्चों को गणित और विज्ञान की अवधारणाओं के सरल प्रयोग एवं समाज के लिए प्रयोगात्मक गतिविधियां भी संचालित करेंगे।

गणित व विज्ञान में ऐसे दक्ष बनेंगे बच्चे: बच्चों को पढ़ाने के दौरान विशेषज्ञ शिक्षक उन्हें जिन प्रमुख गतिविधियों व सिद्धांतों के जरिये गणित व विज्ञान में दक्ष बनाएंगे उनमें अभिकेंद्रीय और अपकेंद्रीय बल का सिद्धांत, गुरुत्वाकर्षण का नियम, वृत शंकु बेलन घनाभ की आपसी संबंध पर आधारित गतिविधियां, गणित पर आधारित निश्चित अंतराल पर धागों के द्वारा सुंदर आकृतियों का निर्माण, वृत्त के विभिन्न प्रगुणों का अध्ययन और सत्यापन, सब्जियों में गणित तथा कैलेंडर के चमत्कार और उसमें छिपा हुआ गणित, ताश के पत्तों के करतब और उस में छिपे हुए गणित के खूबसूरत पहलू पर आधारित रोचक आकर्षक और ज्ञानवर्धक गतिविधि शामिल हैं।

बीएसए रमेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि विज्ञान गणित के एआरपी और कुछ अच्छे शिक्षकों को प्रशिक्षण में प्रशिक्षित कर जनपद के सभी बच्चों के अंदर विज्ञान और गणित के भय को समाप्त कर एक नई सोच विकसित किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। जिससे वह भविष्य में विभिन्न परीक्षाओं के दौरान आने वाली चुनौतियों के लिए स्वयं को तैयार कर सके।


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