'पाकिस्तान हमारी प्रिय मातृभूमि है'..कहने वाली शिक्षिका ने मांगी माफी
स्कूल के वाट्सएप ग्रुप पर पाकिस्तान की तारीफ करने वाली गोरखपुर की महिला शिक्षक ने माफी मांगी हे।
गोरखपुर, जेएनएन। कक्षा-चार 'ए' के बच्चों को अंग्रेजी की ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान पाकिस्तान को लेकर दिया गया विवादित उदाहरण तूल पकड़ता जा रहा है। जीएन पब्लिक स्कूल की शिक्षिका शादाब खानम पर जहां पुलिसिया कार्रवाई शुरू हो गई, वहीं विद्यालय भी शिकंजा कस रहा है। इस मामले में शिक्षिका शादाब खानम ने सोमवार को पुलिस को माफीनामा लिखकर दे दिया है। इसमें उन्होंने गलती से पाकिस्तान से जुड़ी सामग्री ग्रुप में पोस्ट हो जाने की बात कबूल की है। उन्होंने भविष्य में ऐसी गलती न करने की बात भी लिखी है।
विद्यालय प्रबंधक ने पुलिस को दी तहरीर
विद्यालय प्रबंधक गोरक्ष सिंहसिंह ने पुलिस को तहरीर दी थी। इस पर सीओ गोरखनाथ प्रवीण सिंह ने शिक्षिका शादाब खानम को बयान लेने के लिए अपने कार्यालय तलब किया था। सीओ ने बताया कि पुलिस की छानबीन में भी गलती से आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट होने की बात ही सामने आई है। फिलहाल किसी साजिश का प्रमाण नहीं मिला है।
यह है पूरा मामला
जीएन पब्लिक स्कूल की कक्षा-चार, सेक्शन ए की क्लास टीचर द्वारा ऑनलाइन शिक्षण के लिए बने वाट्सएप ग्रुप पर 'नाउन' (संज्ञा) समझाने के लिए दिए गए उदाहरणों में शिक्षिकों ने लिखा था कि 'पाकिस्तान हमारी प्रिय मातृभूमि है।' 'मैं पाकिस्तानी सेना में शामिल होऊंगा' तथा 'रशीद मिनहद एक बहादुर सैनिक था।' जैसे ही कुछ अभिभावकों ने इसे पर ग्रुप देखा, तत्काल स्क्रीन शॉट लेकर वायरल कर दिया था। इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने शिक्षिका को नोटिस जारी करते हुए पुलिस को इसकी सूचना दी थी।
उदाहरण देने के लिए शिक्षिका को यदि इंटरनेट की मदद लेनी पड़े तो यह दुर्र्भाग्यपूर्ण है। विद्यालय की तरफ से एनसीईआरटी द्वारा प्रमाणित पुस्तकों का अवलोकन करते हुए ही अध्ययन कराने की अनुमति है। इसके अतिरिक्त किसी अन्य अप्रमाणित तथ्यों का ज्ञान देने की अनुमति नहीं है। उदाहरण को लेकर शिक्षिका का तर्क गले के नीचे नहीं उतर रहा है। - गोरक्ष प्रताप सिंह, प्रबंधक, जीएन पब्लिक स्कूल