सुनील सिंह के नाम नौकरी करने वाला नाम सुशील पांडेय पकड़ाया Gorakhpur News
निलंबित शिक्षक का वास्तविक नाम सुशील दत्त पांडेय उर्फ गोपाल पांडेय पुत्र नरसिंह दत्त पांडेय है। उसने सुनील सिंह के अंकपत्र का दुरुपयोग कर नौकरी हासिल कर ली।
गोरखपुर, जेएनएन। जनपद के उरुवा विकास खंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय टिकरी बुजुर्ग के सहायक अध्यापक सुनील कुमार को दूसरे के नाम पर नौकरी करने के आरोप में सोमवार को बीएसए ने निलंबित कर दिया। जांच में प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर बीएसए ने यह कार्रवाई करते हुए खंड शिक्षाधिकारी उरुवा को जांच सौंप दी।
पैनकार्ड में भी वास्तविक नाम छिपाया
जनपद के जंगल रामगढ़ थाना खोराबार निवासी निलंबित शिक्षक का वास्तविक नाम सुशील दत्त पांडेय उर्फ गोपाल पांडेय पुत्र नरसिंह दत्त पांडेय है। जिन्होंने अपने वास्तविक नाम को छिपाकर सुनील कुमार सिंह पुत्र जगदीश सिंह के अंकपत्र/प्रमाणपत्र का दुरुपयोग कर नौकरी हासिल कर ली। यहां तक कि पैनकार्ड भी कूटरचित ढंग से तैयार किया। वर्तमान में सुनील सिंह मैनपुरी जनपद के पूर्व माध्यमिक विद्यालय गणेशपुर में बतौर सहायक अध्यापक कार्यरत हैं। विभाग ने बेसिक शिक्षा अध्यापक नियमावली के उल्लंघन के आरोप में जांच पूरी होने तक शिक्षक के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया। बीएसए बीएन सिंह ने बताया कि शिक्षक को निलंबित कर कार्यरत विद्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। मामले की जांच खंड शिक्षाधिकारी उरुवा को सौंपी गई है।
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बर्खास्त
गोरखपुर नगर निगम के सदन भवन में महापौर और नगर आयुक्त की कुर्सी पर बैठने वाले संविदा कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया गया है। इसी मामले में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को आरोप पत्र दिया गया है। उसे कान्हा उपवन भेजा जाएगा। नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह ने यह कार्रवाई की है। कुछ दिनों पहले नगर निगम का चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रवि और संविदा ड्राइवर फरहान सदन भवन में महापौर और नगर आयुक्त के लिए आरक्षित कुर्सी पर बैठे थे। दोनों कुर्सी पर बैठकर अपनी फोटो भी खिंचवा रहे थे। रवि की नियुक्ति मृतक आश्रित कोटे से हुई है। सोशल मीडिया में फोटो वायरल होने के बाद मामला महापौर के संज्ञान में आया तो उन्होंने नगर आयुक्त से बात की। नगर आयुक्त ने बताया कि फरहान को बर्खास्त कर दिया गया है। रवि के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है।