गोरखपुर में फर्जी जीएसटीएन से पांच करोड़ का कारोबार, 10 पर मुकदमा
गोरखपुर में फर्जी जीएसटीएन पर करोड़ों का कारोबार करने का भंडाफोड़ हो गया है। 10 जालसाजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
By Edited By: Published: Thu, 13 Dec 2018 10:28 AM (IST)Updated: Thu, 13 Dec 2018 10:28 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। फर्जी जीएसटीएन पर करोड़ों का कारोबार करने का एक और मामला पकड़ में आया है। इससे पहले भी कई कारोबारी पकड़े जा चुके हैं और उन पर कार्रवाई भी की जा रही है। बावजूद इसके फर्जी कारोबार करने वालों में कमी नहीं आ रही है। विभाग के अनुसार काशी सप्लायर नाम से फर्म बनाकर शातिरों ने पांच करोड़ का कारोबार कर लिया। वाणिज्य कर विभाग की जांच में मौके पर 108 वर्ग फीट की दुकान तो मिली, लेकिन कोई सामान नहीं मिला। विभाग ने फर्म को माल बेचने और फर्म से माल खरीदने वाले 10 के खिलाफ खोराबार थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
फर्म सुपारी, बादाम और अन्य वस्तुओं के कारोबार के लिए वाणिज्य कर विभाग में पंजीकृत है। काशी सप्लायर्स के नाम से 16 जनवरी 18 को वाणिज्य कर में फर्म पंजीकृत कराई गई थी। इसका पता नगवा पोस्ट जैतपुर थाना सहजनवां दर्ज किया गया था। फर्म ने पांच करोड़ का कारोबार कर लिया तो विभाग ने जांच शुरू कराई। एसआइबी के डिप्टी कमिश्नर अमित पाठक जांच को पहुंचे तो मकान मालिक पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि विजय गुप्ता को एक हजार रुपये महीने पर दुकान किराए पर दी थी। उन्होंने विजय गुप्ता की फोटो भी पहचान ली। इस मामले में असिस्टेंट कमिश्नर खंड तीन विनय कुमार पांडेय ने एफआइआर कराई है।
एडिशनल कमिश्नर ग्रेड टू बीएन द्विवेदी ने बताया कि तीन राज्यों में कारोबार का पर्दाफाश हुआ है। इन पर हुई एफआइआर विजय गुप्ता निवासी इस्लामिक नर्सरी रहमतनगर, गोरखपुर राम ट्रेडर्स, नागपुर महाराष्ट्र रवि ट्रेडिंग कंपनी, नागपुर महाराष्ट्र इंडियन ट्रेडिंग कंपनी सिरसी कर्नाटक एसएसके ट्रेडर्स वाराणसी एसएचएस ट्रेडर्स नागपुर महाराष्ट्र सरस्वती ट्रेडर्स सिरसी कर्नाटक आन्जनेय अर्कानेट ट्रेडर्स सिमोगा कर्नाटक विमल ट्रेडिंग नागपुर कर्नाटक एस इंटरप्राइजेज उत्तरा कर्नाटक पर मुकदमा दर्ज कराया गया है।
फर्म सुपारी, बादाम और अन्य वस्तुओं के कारोबार के लिए वाणिज्य कर विभाग में पंजीकृत है। काशी सप्लायर्स के नाम से 16 जनवरी 18 को वाणिज्य कर में फर्म पंजीकृत कराई गई थी। इसका पता नगवा पोस्ट जैतपुर थाना सहजनवां दर्ज किया गया था। फर्म ने पांच करोड़ का कारोबार कर लिया तो विभाग ने जांच शुरू कराई। एसआइबी के डिप्टी कमिश्नर अमित पाठक जांच को पहुंचे तो मकान मालिक पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि विजय गुप्ता को एक हजार रुपये महीने पर दुकान किराए पर दी थी। उन्होंने विजय गुप्ता की फोटो भी पहचान ली। इस मामले में असिस्टेंट कमिश्नर खंड तीन विनय कुमार पांडेय ने एफआइआर कराई है।
एडिशनल कमिश्नर ग्रेड टू बीएन द्विवेदी ने बताया कि तीन राज्यों में कारोबार का पर्दाफाश हुआ है। इन पर हुई एफआइआर विजय गुप्ता निवासी इस्लामिक नर्सरी रहमतनगर, गोरखपुर राम ट्रेडर्स, नागपुर महाराष्ट्र रवि ट्रेडिंग कंपनी, नागपुर महाराष्ट्र इंडियन ट्रेडिंग कंपनी सिरसी कर्नाटक एसएसके ट्रेडर्स वाराणसी एसएचएस ट्रेडर्स नागपुर महाराष्ट्र सरस्वती ट्रेडर्स सिरसी कर्नाटक आन्जनेय अर्कानेट ट्रेडर्स सिमोगा कर्नाटक विमल ट्रेडिंग नागपुर कर्नाटक एस इंटरप्राइजेज उत्तरा कर्नाटक पर मुकदमा दर्ज कराया गया है।
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