फाजिलनगर विधानसभा क्षेत्र से ताल ठोंक सकते हैं स्वामी प्रसाद मौर्य
कुशीनगर के कद्दावर कांग्रेसी नेता पूर्व गृह राज्यमंत्री आरपीएन के भाजपा में जाने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य के चुनाव क्षेत्र को लेकर चर्चा तेज हो गई है चनऊ और कुशवाहा मतदाता बहुल फाजिलनगर क्षेत्र को मौर्य के लिए सर्वाधिक सुरक्षित माना जा रहा है सपा में चर्चा तेज हो गई है।
कुशीनगर : पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह के काग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने के बाद जिले के बढ़े सियासी तापमान के बीच एक और चर्चा जोर पकड़ी। वह यह कि भाजपा छोड़कर सपा में गए स्वामी प्रसाद मौर्य फाजिलनगर विधानसभा सीट से ताल ठोंक सकते हैं। चनऊ और कुशवाहा बहुल यह विधानसभा क्षेत्र सियासी जातिगत समीकरण से मौर्य के लिए अनुकूल मानी जा रही है। यह समीकरण इस चर्चा को पूरा बल देता दिख रहा है। हालाकि, सपा इस पर कुछ भी बोलने से परहेज कर रही है।
पडरौना सदर से भाजपा विधायक रहे स्वामी प्रसाद मौर्या के पार्टी छोड़कर सपा में शामिल होने के बाद ही यह चर्चा जोर पकड़ी कि वह जिले की किस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। अपनी पुरानी सीट पर सपा से उतरेंगे या फिर किसी और सीट से। यह चर्चा अचानक मंगलवार को तब और जोर पकड़ी जब पडरौना राजदरबार के कुंवर आरपीएन सिंह ने भाजपा का दामन थामा।
इस सियासी चर्चा में यह बात गूंजती रही कि स्वामी जिले की फाजिलनगर विधानसभा सीट से सपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में उतर सकते हैं । हालाकि, इसकी अधिकारिक पुष्टि सपा के जिलाध्यक्ष डा. मनोज यादव नहीं करते हैं और कहते हैं कि सबकुछ शीर्ष नेतृत्व तय करेगा। लेकिन जातिगत सियासी समीकरण और चर्चा इसकी ओर पुरजोर इशारा कर रहे हैं। इस सीट का चयन मौर्य की चुनावी रणनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है। इस सीट पर सपा का सर्वाधिक कब्जा भी रहा है। बहरहाल, मौर्य के चुनाव लड़ने को लेकर कोई घोषणा अब तक सपा ने नहीं की है, लेकिन चर्चाओं ने माहौल जरूर गरम कर रखा है।
फाजिलनगर विधानसभा
-पुरुष मतदाता 211162 महिला मतदाता-171703
-अन्य-49
-कुल 382914