थाने से लोडेड एके 47 गायब होने पर एसओ समेत पांच निलंबित
सिद्धार्थनगर में एके 47 गायब होने के मामले में एसओ अनिल प्रकाश पांडेय, हेड कांस्टेबल विपिन भट्ट, सिपाही विमल किशोर मिश्र, हेड मुहर्रिर वीरेंद्र यादव निलंबित कर दिया गया।
गोरखपुर, जेएनएन। सिद्धार्थनगर जनपद के इटवा थाना क्षेत्र से एक एके 47 गायब होने के मामले में पुलिस अधीक्षक ने देर रात एसओ अनिल प्रकाश पांडेय, हेड कांस्टेबल विपिन भट्ट, सिपाही विमल किशोर मिश्र, हेड मुहर्रिर वीरेंद्र यादव व राम प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया।
पुलिस अधीक्षक ने निलंबन की कार्रवाई की पुष्टि करते हुए कहा कि सीओ की जांच के दौरान असलहा गायब होने के मामले में सिपाही और मुहर्रिर एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। इसलिए एसओ समेत पांच लोगों पर निलंबन की कार्रवाई की गई है।
यह था मामला
इटवा थाने से दो लोडेड एके-47 गायब हो गया था। बाद में एक एके-47 को बरामद कर लिया गया था। घटना के बाद पुलिस अधीक्षक डा. धर्मवीर सिंह थाने पहुंचे और मौजूदा थानेदार के अलावा पूर्व के दो थानेदारों सहित सीओ श्रीयश त्रिपाठी व क्राइम ब्रांच की टीम के साथ डेढ़ घंटे तक बैठक कर सभी को आवश्यक दिशानिर्देश दिया।
इसकी जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस कर्मियों के हाथ पांव-फूल गए और तुरंत इसकी सूचना आला अधिकारियों को दी गई। सूचना मिलते ही आईजी, डीआईजी के फोन घनघनाने लगे। सोमवार दोपहर एक बजे पुलिस अधीक्षक डा. धर्मवीर सिंह इटवा थाने पहुंचे। उन्होंने सीओ श्रीयश त्रिपाठी, एसओ अनिल प्रकाश पांडेय, पूर्व थानाध्यक्ष अनिल पांडेय, अखिलानंद उपाध्याय व क्राइम ब्रांच की टीम के साथ गहन मंत्रणा की। इस दौरान मौजूद पुलिस कर्मी थाना परिसर की खड़ी लावारिस गाड़ियों और सीज लकड़ी के ढ़ेर के बीच गायब असलहों की खोजबीन करते नजर आए। डेढ़ घंटे तक चली हाईबोल्टेज मीटिंग में पुलिस अधीक्षक बार-बार मातहतों पर भड़कते देखे गए। मीटिंग के दौरान उन्होंने सभी को आवश्यक दिशानिर्देश दिए। वापस लौटते समय जब उनसे असलहों के गायब होने के बावत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अगर कुछ गायब है तो मिल जाएगा।
दूसरी तरफ सीओ श्रीयश त्रिपाठी ने इस बात की पुष्टि कि मालखाने से एके 47 गायब हैं। कितने कारतूस लोड थे इसकी जानकारी विभाग को नहीं है। मामले की जांच सीओ को सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि मालखाने से मिलान करवाने व अभिलेखों की जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई होगी। अभी पुलिस हथियारों को मिसिंग मानकर चल रही है।