मौसम की बेरुखी से चौपट हो रही गन्ने की फसल
गोरखपुर : खेत में खड़ा गन्ना किसानों के चेहरे की रंगत उड़ा रहा है। लहलहा रही गन्ने की फसल क
गोरखपुर : खेत में खड़ा गन्ना किसानों के चेहरे की रंगत उड़ा रहा है। लहलहा रही गन्ने की फसल को देख फूले न समाने वाले किसानों के होश उड़े हुए हैं। परेशान हाल किसानों की रात की नींद उड़ गई है। मौसम के बदलते तेवर को देख किसान शीघ्र खेत खाली करने को लेकर भागदौड़ करने लगे हैं। चीनी मिलों की बेरुखी जगजाहिर है। किसानों को सप्लाई टिकट नहीं मिल रहा है। जानकारों की मानें तो केले की फसल बारिश से प्रभावित होने से किसानों ने केला छोड़ गन्ने की खेती की ओर दोबारा रुख किया। यही कारण है कि गन्ने का औसत उपज व क्षेत्रफल तेजी से बढ़ा है। चीनी मिलों की क्षमता जस की तस है। कच्छप गति से चल रही चीनी मिलों की स्थिति भी चिंताजनक है। कुशीनगर जिले के लक्ष्मीगंज केन यूनियन से जुड़े किसान राकेश सिंह कहते हैं सप्लाई टिकट के अभाव में खेत में ढ़ाई एकड़ गन्ना यूं ही सूख रहा है। इसी तरह वहीं के अशोक, रमेश, कमलकात, हरिेकेश, दीनबंधु आदि किसानों ने भी सप्लाई टिकट की दुश्वारियों को बया किया तथा गेट पर गन्ने की आपूर्ति स्वीकार्य करने की माग की।
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औने-पौने मूल्य पर गन्ना ले रहे क्रशर मालिक
-जिन किसानों के खेत में गन्ने की फसल खड़ी है, उनके कलेजे पर साप लोट रहा है। क्रशर वाले औने-पौने दाम पर गन्ना खरीद रहे हैं। दूसरी ओर एक सप्ताह बाद गेहूं की कटाई शुरू हो जाएगी। इस समय खाली मजदूर तब गेहूं की कटान में जुट जाएंगे तो गन्ने की छिलाई कौन करेगा?
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जानें बाजार भाव
-शासन ने चालू गन्ना पेराई सत्र में गन्ने का भाव अर्ली वेरायटी 325 रुपये, सामान्य वेरायटी 315 रुपये घोषित किया है। चीनी मिलें किसानों को इसी दर पर भुगतान कर रही हैं। क्रशर संचालक किसानों से गन्ने की खरीद अर्ली 275 रुपये तथा सामान्य 240 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीद रहे हैं और उससे बने गुड़ को 2400 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर बेच रहे हैं। जबकि यही गुड़ बाजार में फुटकर में 26 से 27 रुपये प्रति किलो की दर पर बिक रहा है। चीनी थोक में 32 रुपये तथा फुटकर में 40 रुपये प्रति किलोग्राम की बिक रहा है।
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क्या है क्रशर संचालकों की पीड़ा
कुशीनगर जिले के खड्डा तहसील के धरनी पट्टी स्थित क्रशर संचालक दीपराज कुशवाहा कहते हैं बाजार में गुड़ का भाव कम होने से गन्ने की कीमत कम हुई है। यदि गुड़ के भाव में प्रति किलो दो रुपये की बढ़ोतरी हो जाए तो क्रशर संचालकों को परता मिलने लगेगा और गन्ने का मूल्य प्रति क्विंटल 300 रुपये के पार चला जाएगा। गुड़ के भाव ने क्रशर संचालकों की कमर तोड़ दी है। रामानंद कुशवाहा, अनिल, तूफानी, कलामुद्दीन आदि क्रशर संचालकों ने कहा कि क्रशर संचालकों को कोई आर्थिक सहायता जिला प्रशासन या शासन स्तर से नहीं मिलने से काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
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