विद्यालयों की लापरवाही से छात्रवृत्ति पाने से वंचित हो सकते हैं छात्र
गोरखपुर में समाज कल्याण विभाग की ओर से सामान्य और अनुसूचित वर्ग के पूर्व दशम विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देने की प्रक्रिया चल रही है। इसके तहत आनलाइन आवेदन करने वाले विद्यार्थियों के आवेदन का सत्यापन विद्यालय में किया जाता है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। विद्यार्थियों को शासन की ओर से मिलने वाली छात्रवृत्ति दिलाने में विद्यालय प्रबंधन ही रुचि लेते नहीं दिख रहे हैं। आवेदन करने वाले विद्यार्थियों में पात्र एवं अपात्र का विवरण सोमवार तक अपलोड करना है, लेकिन 19 इंटरमीडिएट कालेजों की ओर से अभी भी डाटा अपलोड नहीं किया गया है। जिलाधिकारी विजय किरन आनंद एवं जिला समाज कल्याण अधिकारी ब्यास नारायण ङ्क्षसह ने विद्यालयों के प्रबंधकों को समय से डाटा अपलोड करने को कहा है।
विद्यालयों से किया जाना है आनलाइन आवेदन का सत्यापन
समाज कल्याण विभाग की ओर से सामान्य और अनुसूचित वर्ग के पूर्व दशम विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देने की प्रक्रिया चल रही है। इसके तहत आनलाइन आवेदन करने वाले विद्यार्थियों के आवेदन का सत्यापन विद्यालय में किया जाता है। विद्यालय में सभी आवेदनों को पात्रता और अपात्रता के आधार पर समाज कल्याण की वेबसाइट पर अपलोड करना होता है। जिले के 19 इंटरमीडिएट विद्यालयों ने यह डाटा पूरी तरह से अपलोड नहीं किया है।
लंबित हैं 45 छात्रों का आवेदन
इन विद्यालयों में कक्षा 11 व 12 के 667 सामान्य विद्यार्थियों ने छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया। इनमें से 632 छात्रों के ही आवेदन विद्यालयों ने विभाग को अग्रसारित किए। 45 विद्यार्थियों के आवेदन लंबित होने के कारण प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पा रही है।
अनुसूचित जाति के स्नातक विद्यार्थियों की भी यही है दशा
अनुसूचित जाति के स्नातक स्तर के विद्यार्थियों की भी यही स्थिति है। विभिन्न विश्वविद्यालय, महाविद्यालयों में 8378 अनुसूचित जाति विद्यार्थियों ने छात्रवृत्ति के लिए आनलाइन आवेदन किया। विद्यालयों ने इनमें से 8150 विद्यार्थियों के आवेदन सत्यापन के बाद अग्रसारित किए जबकि 20 आवेदन निरस्त किए गए।
लंबित है 254 विद्यार्थियों के आवेदन
अभी भी 254 विद्यार्थियों के आवेदन सत्यापन या रद्द किए जाने के लिए लंबित पड़े हैं। सोमवार को छात्रवृत्ति पोर्टल पर छात्रों के अंतिम आंकड़े अपलोड करने का अंतिम दिन है। इसके बाद पोर्टल बंद हो जाएगा। जिला समाज कल्याण अधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह ने बताया कि सभी विद्यालय प्रबंधकों को सोमवार दोपहर दो बजे तक अंतिम आंकड़े विभाग की वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया गया है।