गोरखपुर की चिडि़याघर में कोरोना संक्रमण को लेकर सख्त किए गए नियम Gorakhpur News
चिडिय़ाघर का लोकार्पण होने के बाद से ही बड़ी संख्या में पर्यटक आ रहे थे लेकिन कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर शुरू होने के बाद से पर्यटकों की संख्या में कमी आने लगी है। फिर भी औसतन पांच सौ से अधिक टिकटों की रोज बिक्री हो रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान (चिडिय़ाघर) सतर्क हो गया है। संक्रमण फैलने से रोकने के लिए जारी दिशा-निर्देशों का चिडिय़ाघर परिसर में सख्ती से पालन कराने का फैसला लिया गया है। परिसर में आने वालों को मास्क लगाना अनिवार्य होगा। बिना माक्स के किसी को मुख्य गेट के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए परिसर को सैनिटाइज भी कराया जा रहा है।
कोरोनकाल में भी आ रहे लोग
चिडिय़ाघर का लोकार्पण होने के बाद से ही बड़ी संख्या में पर्यटक आ रहे थे, लेकिन कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर शुरू होने के बाद से पर्यटकों की संख्या में कमी आने लगी है। फिर भी औसतन पांच सौ से अधिक टिकटों की रोज बिक्री हो रही है। संक्रमण रोकने के लिए चिडिय़ाघर प्रशासन परिसर में शारीरिक दूरी के नियम का कड़ाई से पालन करा रहा है। इसके लिए परिसर के अंदर जगह-जगह वन सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। इनके अलावा सादे कपड़ों में महिला और पुरुष पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की गई है। इंट्रेंस प्लाजा पर हाथ सैनिटाइज करने के बाद ही अंदर जाने की अनुमति दी जा रही है।
एक समय में 50 लोगों के प्रवेश की अनुमति
एक्वेटेरियम और सर्पेटेरियम एक बार में काफी पर्यटक आ जा रहे थे। चिडिय़ाघर प्रशासन ने दोनों स्थानों पर एक समय में अधिकतम 50 लोगों के ही प्रवेश करने का नियम लागू कर दिया है। दोनों जगह दर्शकों की संख्या पर नजर रखने के लिए चिडिय़ाघर के कर्मचारी तैनात किए गए हैं। पर्यटकों को बाड़े से दूर रहकर वन्यजीवों को देखने की हिदायत दी जा रही है। मुख्य गेट से परिसर में प्रवेश करने वालों पर नजर रखने के लिए निजी सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। सुरक्षाकर्मियों को बिना मास्क के किसी को भी परिसर में प्रवेश न करने देने की विशेष तौर से हिदायत दी गई है।
चिडिय़ाघर के निदेशक डा. एच राजामोहन का कहना है कि संक्रमण रोकने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाए गए हैं। बिना मास्क लगाए किसी को भी परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। परिसर में संक्रमण रोकने के लिए जारी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है।