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गोरखपुर में जांच करने बीएसए कार्यालय पहुंची एसटीएफ, चयनित शिक्षकों का मांगा विवरण Gorakhpur News

गोरखपुर में फर्जी शिक्षकों की जांच करने के लिए एसटीएफ की टीम बीएसए कार्यालय पहुंची। उसने 2018 की नियक्तियों के बारे में जानकारी ली।

By Edited By: Published: Mon, 22 Jul 2019 10:23 PM (IST)Updated: Tue, 23 Jul 2019 01:31 PM (IST)
गोरखपुर में जांच करने बीएसए कार्यालय पहुंची एसटीएफ, चयनित शिक्षकों का मांगा विवरण Gorakhpur News
गोरखपुर में जांच करने बीएसए कार्यालय पहुंची एसटीएफ, चयनित शिक्षकों का मांगा विवरण Gorakhpur News
गोरखपुर, जूेएनएन। बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शिक्षकों की जांच में जुटी एसटीएफ की टीम सोमवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंची और जरूरी जानकारी जुटाई। बीएसए बीएन सिंह के कमरे में 2010 के बाद हुई भर्तियों में संदिग्ध शिक्षकों की स्थिति पर चर्चा की गई। टीम ने शिक्षा विभाग को कुछ संदिग्ध शिक्षकों के नाम देते हुए उनके शैक्षणिक प्रपत्रों की जांच कराने को कहा। टीम ने कार्यालय से कुछ प्रपत्र भी प्राप्त किया।
एसटीएफ गोरखपुर फील्ड इकाई के प्रभारी इंसपेक्टर सत्य प्रकाश सिंह के नेतृत्व में टीम दोपहर बाद करीब तीन बजे बीएसए कार्यालय पहुंची। एसटीएफ की ओर से 19 जुलाई को देवरिया में की गई कार्रवाई के बाद बीएसए कार्यालय गोरखपुर में फर्जी शिक्षकों को लेकर चर्चा गरम है। टीम ने पहले बीएसए से संदिग्ध शिक्षकों को लेकर चर्चा की, उसके बाद संबंधित बाबू से भी जानकारी हासिल की गई। टीम ने देवरिया में पकड़े गए शिक्षक मुक्तिनाथ के प्रपत्रों की जल्द से जल्द जांच कराने को कहा।
मुक्तिनाथ बड़हलगंज में तैनात है। उसके साथ ही बड़हलगंज क्षेत्र के एक उच्च प्राथमिक विद्यालय एवं एक प्राथमिक विद्यालय पर कार्यरत शिक्षकों की सूची देते हुए उनके प्रपत्रों का वेरीफिकेशन कराने का निर्देश दिया और शैक्षिक प्रमाण पत्र भेजने को कहा। ये दोनों शिक्षक पति-पत्‍‌नी हैं। एक अन्य शिक्षक के बारे में भी अनिल नाम के एक अन्य शिक्षक के बारे में भी एसटीएफ ने वेरीफिकेशन कराने को कहा गया है। हालांकि पहले ही इस शिक्षक के शैक्षणिक अभिलेख एसटीएफ को भेजा जा चुका है। यह शिक्षक बेलघाट में कार्यरत है।
जल्द ही विभाग उसे नोटिस जारी करेगा। टीईटी अंकपत्रों का फिर होगा सत्यापन एसटीएफ ने एक बार फिर 2010 के बाद हुई भर्तियों में प्रमाण पत्रों का सत्यापन कर संदिग्ध शिक्षकों की सूची सौंपने का निर्देश दिया है। इनमें ज्यादा जोर टीईटी अंक पत्रों के सत्यापन पर है। एसटीएफ के निर्देश के बाद 72000 शिक्षक भर्ती की जांच शुरू करा दी गई है। इसके अतिरिक्त 29500, 16000, 15000 आदि भर्तियों के बारे में भी जांच की जाएगी। इनमें नियुक्त हुए शिक्षकों में भी संदिग्धों की तलाश की जा रही है। एसटीएफ को इस बात की सूचना है कि 72000 एवं कुछ अन्य भर्तियों में कुछ ने टीईटी के फर्जी अंकपत्रों का प्रयोग किया है।
अब तक हुई एफआइआर के बारे में ली जानकारी देवरिया में पकड़े गए शिक्षकों से पूछताछ में मिली जानकारियां बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों से एसटीएफ टीम ने साझा की। संदेह के दायरे में आए शिक्षकों की नए सिरे से जांच होगी। टीम ने अब तक बर्खास्त किए गए शिक्षकों के बारे में पूछताछ की। यह जानना चाहा कि कितने पर एफआइआर कराई गई? पिछले आठ महीनों में करीब दो दर्जन शिक्षक बर्खास्त हुए हैं और एफआइआर केवल दो शिक्षकों पर हो सकी है। एसटीएफ की पूछताछ के बाद एक बार फिर एफआइआर के लिए लिखा जाएगा।

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