कोरोना जांच के बाद ही होगी नसबंदी, यहां पर हुई है व्यवस्था Gorakhpur News
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पिपराइच और जननी सूर्या क्लिनिक में प्रतिदिन मिनी लैप विधि और पुरुष नसबंदी जिला महिला चिकित्सालय में प्रतिदिन महिला एवं पुरुष नसबंदी और प्रकाश सर्जिकल हॉस्पीटल में प्रतिदिन पुरुष नसबंदी की सुविधा उपलब्ध है।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना काल में परिवार नियोजन के स्थायी साधन नसबंदी की सुविधा भी जिले में बहाल कर दी गई है। सितंबर महीने में कुल 22 निर्धारित सेवा दिवसों पर नसबंदी प्रस्तावित है। इसका आगाज 21 सितंबर से ही हो गया। पहले दिन कुल 39 महिलाओं ने नसबंदी कराई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने निर्देश दिया है कि नसबंदी की सेवा लाभार्थियों को कोरोना के एंटीजन विधि से जांच के बाद ही प्रदान की जाए। उन्होंने जनपदवासियों से अपील की है कि पुरुष नसबंदी सरल और सुरक्षित है, इसलिये योग्य लाभार्थी आगे आएं।
यहां पर नसबंदी की सुविधाएं उपलब्ध
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पिपराइच और जननी सूर्या क्लिनिक में प्रतिदिन मिनी लैप विधि और पुरुष नसबंदी, जिला महिला चिकित्सालय में प्रतिदिन महिला एवं पुरुष नसबंदी और प्रकाश सर्जिकल हॉस्पीटल में प्रतिदिन पुरुष नसबंदी की सुविधा उपलब्ध है। इनके अलावा निर्धारित सेवा दिवस पर सीएचसी और पीएचसी पर भी नसबंदी की सुविधा कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए प्रदान की जा रही है।
यहां कराए नसबंदी
24 सितंबर को खजनी, पिपरौली, बांसगांव, उरूवा, बेलघाट, 25 सितंबर को सरदारनगर, ब्रह्मपुर, खोराबार, 28 सितंबर को गगहा, चरगांवा, 29 सितंबर को बड़हलगंज, पिपराइच और 30 सितंबर को जिला महिला अस्पताल में एफडीएस का आयोजन होगा। इस मौके पर आशा कार्यकर्ता और एएनएम नसबंदी के योग्य लाभार्थियों को इन इकाइयों तक लाएंगी। जंगल कौड़िया, भटहट, सहजनवां, पाली, पिपराईच और गोला में एक-एक एफडीएस का आयोजन कराया जा चुका है।
मनाया जाएगा गर्भनिरोधक दिवस
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी अधीक्षकों और प्रभारी चिकित्साधिकारियों को पत्र लिख कर निर्देश दिया है कि 22 से 26 सितंबर तक विश्व गर्भ निरोधक दिवस का आयोजन करवाएं। इस अवधि में सीएचसी, पीएचसी, एएनएम सब सेंटर्स और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स पर परिवार नियोजन से जुड़ी सामग्री की शत प्रतिशत उपलब्धता होनी चाहिए। परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी साधनों से ज्यादा से ज्यादा लाभार्थियों को जोड़ा जाए। सामुदायिक बैठकों का आयोजन कर नसबंदी के लिए पूर्व पंजीकरण किए जाएं।