आयुर्वेद से दुनिया को अपनी ओर आकर्षित कर सकता है भारत: योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संपूर्ण आरोग्य आयुर्वेद से प्राप्त किया जा सकता है। भारत के पास आयुर्वेद व प्राकृतिक चिकित्सा ज्ञान का अथाह सागर है।
गोरखपुर (जेएनएन)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि संपूर्ण आरोग्य आयुर्वेद से ही प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भारत के पास आयुर्वेद व प्राकृतिक चिकित्सा के ज्ञान का अथाह सागर है। जिसका उपयोग उदासीनता के चलते नहीं हो पा रहा है। रविवार को गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित दिग्विजयनाथ आयुर्वेदिक चिकित्सालय में भगवान श्री धन्वंतरि की जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा भारत की मूल निधियां हैं। यदि इन दोनों का एक साथ इस्तेमाल किया जाए, तो देश मेडिकल टूरिज्म के जरिये पूरी दुनिया को आकर्षित कर सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिलवाने व आयुष मंत्रालय व वेलनेस सेंटर की स्थापना जैसे कार्यों से इसकी शुरुआत कर दी है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद को लेकर बीते चार वर्षों के दौरान आजादी के बाद सर्वाधिक कार्य हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार तो इस दिशा में कार्य कर ही रही है। साथ ही, चिकित्सकों व संस्थाओं को इस दिशा में जमीनी स्तर पर कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि डॉक्टर सरकार की योजनाओं से जुड़कर गांव-गांव जाएं, घरेलू उपयोगी नुस्खों का पता लगाए और उन्हें आयुर्वेद चिकित्सा में शामिल करके इस पद्धति को और समृद्ध करें।
देश में पाश्चात्य अपसंस्कृति हावी
आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा खुद का परिचय बताने से परहेज करने पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी वजह से आयुर्वेद जड़ता का शिकार हुआ है और देश में पाश्चात्य अपसंस्कृति हावी हो गई है। जिससे उबरने और इस दिशा में नई दिशा पर कार्य करने की आवश्यकता है। वहीं, निदेशक आयुर्वेदिक सेवाएं डॉ. एसएन सिंह ने कहा कि सरकार के प्रयासों से आयुर्वेद चिकित्सा को नई ऊर्जा मिली है। प्रदेश में 16 नए आयुर्वेदिक चिकित्सालय स्थापित किए जा रहे हैं। साथ ही 400 चिकित्सालयों का उच्चीकरण भी किया जा रहा है। इस अवसर पर प्रो.यूपी सिंह, वैद्य आत्माराम दुबे, डॉ.डीपी सिंह, डॉ. केपीवी सिंह आदि मौजूद रहे।
शहीदों के नाम जलाए 11 हजार दीये
एसोसिएशन ऑफ इंडिया (भाई) की ओर से रविवार को गोरखनाथ मंदिर परिसर में एक दिया शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस दौरान मंदिर स्थित भीम सरोवर को 11 हजार दीयों से सजाया गया। हर दीया शहीदों के नाम समर्पित रहा। मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में आयोजित होने वाले दिवाली के कार्यक्रम की चर्चा करते हुए लोगों से अपील की कि वे एक दीया भगवान श्रीराम के नाम जरूर जलाएं। उन्होंने कहा कि छह नवंबर को अयोध्या में दीपोत्सव का भव्य आयोजन हो रहा है। दक्षिण कोरिया की पहली महिला समारोह मेें हिस्सा लेने आ रही हैं। मुख्यमंत्री ने नागरिकों से अपील की कि वह इस भव्य का कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए अयोध्या आएं। इससे पहले कार्यक्रम शुरुआत गणेश वंदना और वंदे मातरम गीत से हुई। उसके बाद गुरु गोरक्षनाथ मंदिर के भक्तिपूर्ण वातावरण में हाथों में राष्ट्रीय ध्वज लिए युवाओं ने एक से बढ़ कर एक शहीदों की स्मृति में देश भक्ति गीत और नृत्य की प्रस्तुति कर पूरे माहौल को देश प्रेम के भाव से भर दिया।