Gorakhpur: पूर्व प्रधान को गोली मारने वाले बदमाशों पर इनाम घोषित, दारोगा व BPO निलंबित- थानेदार लाइन हाजिर
गोरखपुर के एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने पूर्व प्रधान को गोली लगने के मामले को लेकर सख्त हैं। उन्होंने गोली मारने वाले बदमाशों पर इनाम घोषित करने के साथ ही थानेदार को लाइन हाजिर कर दिया। साथ ही हल्का दारोगा व बीपीओ को निलंबित कर दिया।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। थाने के हिस्ट्रीशीटर व पूर्व प्रधान को गोली मारने वाले दो बदमाशों पर एसएसपी ने 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। मुकदमा दर्ज होने के बाद भी मुख्य आरोपित की निगरानी न करने वाले हल्का दारोगा व बीपीओ को निलंबित करने के साथ ही देर रात बेलीपार थानेदार को लाइन हाजिर कर दिया गया।
निगरानी न करने के आरोप में हल्का दारोगा व बीपीओ हुए निलंबित
कनइल गांव के रहने वाले अर्पित शुक्ल पर पहले से चार मुकदमा दर्ज है। इसमें दो बेलीपार व दो गगहा थाने में दर्ज था। हल्का दारोगा आनंद कुमार व बीपीओ रामप्रसाद पुरी को इसकी जानकारी ही नहीं थी। गांव में दोनों पक्ष के बीच चल रही खींचतान से भी वह आनजान थे। समीक्षा में यह बात सामने आने पर एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने दोनों को निलंबित कर दिया। देर रात बेलीपार थानेदार इकरार अहमद को भी लाइन हाजिर कर दिया गया।
एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि डायल 112 प्रभारी निरीक्षक मो. रशीद खान को बेलीपार का थानेदार बनाया गया है। फरार चल रहे अर्पित शुक्ल और उसके साथी आजमगढ़ जिले के निजामाबाद थानाक्षेत्र स्थित संजरपुर बड़हरिया निवासी आकाश कुमार पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है।
यह है मामला
कनइल गांव के पूर्व प्रधान शशिमौली शुक्ल तारामंडल में मकान बनवाकर परिवार के साथ रहते हैं। भगत चौराहे पर स्थित खाली प्लाट में उन्होंने टिनशेड का मकान बनवाया है जिसे किराए पर दिया है। खाली प्लाट पर चल रहे निर्माण कार्य को देखने बुधवार की दोपहर में शशिमौली पहुंचे थे।लौटते समय गेट के पास खड़े बाइक सवार चार युवकों ने घेरकर गोली मार दी। रामगढ़ताल थाना पुलिस ने इस मामले में कनइल गांव के प्रधान सुबोध शुक्ल,अर्पित व तीन अज्ञात के विरुद्ध हत्या के प्रयास व धमकी देने का मुकदमा दर्ज कर पुलिस आरोपितों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
आशीष बने पीपीगंज के थानेदार
एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने शनिवार की देर रात पादरी बाजार चौकी प्रभारी आशीष सिंह को पीपीगंज का थानाध्यक्ष नियुक्त किया। उप निरीक्षक दीपक सिंह के बांसगांव थाना प्रभारी बनाए जाने के बाद इस थाने पर निरीक्षक भैया छविनाथ सिंह को भेजा गया था, लेकिन दंड मिलने की वजह से उन्हें थाना प्रभारी की जिम्मेदारी नहीं दी गई।