Lockdown in Gorakhpur : भारत-नेपाल सीमा से SSB ने दो संदिग्धों को पकड़ा Gorakhpur News
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि नेपाल के रहने वाले दोनों संदिग्ध पंजाब के लुधियाना में 40 वर्षों से काम कर रहे थे। लाकडाउन में वहां फंस गए थे। दोनो पैदल ही 28 मार्च को चले हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। नेपाल सीमा में घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो संदिग्धों को एसएसबी जवानों ने सोमवार को महराजगंज जनपद के झुलनीपुर थाना क्षेत्र के कनमिसवा के समीप पकड़ लिया। यह गांव नेपाल बार्डर से सटा हुआ है। एसएसबी बीओपी पथलहवा के जवानों ने पूछताछ कर दोनों को पुलिस को सौंप दिया। जहां हिरासत में लेकर दोनों को क्वारंटाइन के लिए भेज दिया गया है।
लुधियाना में करते हैं काम, 28 मार्च से चले थे पैदल
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि नेपाल के रहने वाले दोनों संदिग्ध पंजाब के लुधियाना में 40 वर्षों से काम कर रहे थे। लाकडाउन में वहां फंस गए थे। जब कोई साधन नहीं मिला तो दोनो 28 मार्च को लुधियान से पैदल चल दिए।
सीमा क्षेत्र में घूमने की जानकारी ग्रामीणों ने दी
पथलहवा एसएसबी बीओपी के इंस्पेक्टर सतीश लाल व एएसआइ हरिदयाल सिंह ने बताया कि सीमा क्षेत्र में घूम रहे दो लोगों को देख कर ग्रामीणों ने उन्हें रोक लिया। बाद में जवानों ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
सप्तरी का बताया निवासी
पूछताछ में उनकी पहचान सलामत मियां और अनुमूल मियां ग्राम पकड़ी जिला सप्तरी नेपाल के रूप में हुई है। कनमिसवा के पास से नेपाल में जाना चाहते थे। गांव के लोग तब्लीगी मरकज के जमाती बताकर सूचना पुलिस को दी।
महिला अस्पताल में क्वारंटाइन
कोरोना संक्रमित होने की आशंका में पुलिस ने उन्हें महराजगंज जिला महिला अस्पताल में क्वारंटाइन कराया है। ग्रामीणों का कहना था कि लॉक डाउन के बावजूद दोनों यहां तक कैसे पहुंचे। क्योंकि सप्तरी जिला नेपाल के पूर्व बिहार सीमा से सटा हुआ है। एसएचओ निचलौल बिहागड़ सिंह यादव ने कहा कि पूछताछ करने के लिए दोनों को स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया गया।
एसपी ने कहा-इनका जमातियों से संपर्क नहीं
महराजगंज के एसपी रोहित सिंह सजवान का कहना है कि दोनों नेपाल के रहने वाले हैं। 28 मार्च से दोनों पैदल चलकर पहले सोनौली के रास्ते अंदर जाने का प्रयास कर रहे थे। जब सफल नहीं हुए तो झुलनीपुर की ओर चले गए। जमातियों से संपर्क में नहीं थे।