अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर क्रीड़ा परिषद आयोजित करेगा वर्चुअल प्रतियोगिताएं Gorakhpur News
क्रीड़ा परिषद के अध्यक्ष प्रो.अजय शुक्ला के अनुसार प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए विवि के छात्र एवं छात्राएं अपनी योग्यता अनुसार अपने संवर्ग में प्रतिभाग कर सकते हैं ।
गोरखपुर, जेएनएन। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय का क्रीड़ा परिषद युवाओं में खेल भावना जागृत करने के उद्देश्य से आगामी 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर वर्चुअल प्रतियोगिताओं का आयोजन करेगा। तीन संवर्गों स्नातक, परास्नातक व शोध स्तर पर आयोजित होने वाली प्रतियोगिता में विवि व संबद्ध महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं प्रतिभाग करेंगे।
क्रीड़ा परिषद के अध्यक्ष प्रो.अजय शुक्ला के अनुसार प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए विवि के छात्र एवं छात्राएं अपनी योग्यता अनुसार अपने संवर्ग में प्रतिभाग कर सकते हैं । माध्यम अंग्रेजी एवं हिंदी दोनों होगा। प्रतिभाग करने के लिए छात्र-छात्राओं को अपना नाम, कक्षा, महाविद्यालय या विश्वविद्यालय का नाम व प्रतियोगिता का नाम लिखकर व संबंधित प्रतियोगिता की प्रविष्टियों के साथ 10 अगस्त तक अपना पंजीकरण कराना होगा। प्रतिभाग करने वाले सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र तथा इन प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को विजेता प्रमाण पत्र भी उनके ईमेल के माध्यम से भेजा जाएगा।
ये होंगे प्रतियोगिता के विषय
छह विषयों पर आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं में निबंध प्रतियोगिता खेलो इंडिया, स्वस्थ रहो इंडिया, स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मष्तिस्क का विकास होता है, राष्ट्र निर्माण में खेल व युवाओं की भूमिका, वाद-विवाद प्रतियोगिता शामिल है। खेलों के प्रति युवाओं की उदासीनता बनाम साधनहीनता, भारत की खेल-नीति:दशा भारतीय खेलों को बढ़ावा समाज या सरकार का दायित्व एवं दिशा, स्लोगन प्रतियोगिता कोरोना से स्वयं सुरक्षा हेतु विभिन्न उपाय, आओ खेलें, प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं व खेलों से एकता एवं भाईचारे को बढ़ावा विषय पर, कविता प्रतियोगिता, स्वस्थ प्रतियोगिता को बढ़ावा देती है खेल भावना, हार-जीत की भावना से मुक्त करता है खेल व खेल से बंधुता और सामूहिक चेतना की भावना का विकास होता है, चित्रकला प्रतियोगिता खेलते युवा विकसित होता भारत, खेल-संस्कृति का बढ़ावा देता भारत व वैश्विक महामारी में योग : साधन से साधना तक तथा कहानी लेखन प्रतियोगिता खेल से भाईचारे का विकास, समर्पण की भावना का विकास और खेल तथा खेल से प्रेम, देश से प्रेम विषय पर होगी।