पैसेंजर की तरह चल रही इंटरसिटी एक्सप्रेस
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : कर्मचारियों और व्यापारियों की सुविधा को ध्यान में रखकर गोरखप
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : कर्मचारियों और व्यापारियों की सुविधा को ध्यान में रखकर गोरखपुर से लखनऊ के बीच चलाए जाने वाली 12531/12532 इंटरसिटी एक्सप्रेस अपने उद्देश्य से भटक गई है। अब यह पैंसेजर की तरह चल रही है। रफ्तार ठीक करने में रेलवे प्रबंधतंत्र नाकाम साबित हो रहा है। यह ट्रेन औसत दो से तीन घंटे की देरी से गोरखपुर और लखनऊ पहुंच रही है। इसके चलते आम यात्रियों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा।
सोमवार को ही 12532 लखनऊ-गोरखपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस निर्धारित समय से लखनऊ जंक्शन से रवाना हुई। लेकिन, गोंडा पहुंचने में ही रात के दस बज गए। जबकि, इस ट्रेन के गोरखपुर पहुंचने का समय 9.35 निर्धारित है। यात्री विजय प्रताप सिंह, राघव शरण, दिनेश कुमार और संजय सिंह के अनुसार यह ट्रेन गोंडा तक सभी स्टेशनों पर रुकी। कई स्टेशनों पर तो यह आउटर पर भी खड़ी हो गई। दस बजे के आसपास किसी तरह गोंडा से रवाना हुई तो गोरखपुर पहुंचने में रात 12.20 बज गए। यात्रियों का कहना है कि इस ट्रेन के चलते लोगों की पूरी प्लानिंग ही चौपट हो जा रही। इस ट्रेन से अधिकतर मरीज, व्यापारी और दैनिक यात्री ही चलते हैं। लोग सुबह इस ट्रेन से चलते हैं कि दिनभर में कार्य कर शाम को गोरखपुर लौट आएंगे। लेकिन इस ट्रेन को लखनऊ पहुंचने में भी अक्सर दोपहर के 12 बज ही जाते हैं। ठंड के दिनों में तो कोहरा बहाना था अब मार्च में यह ट्रेन क्यों विलंबित हो रही है। यह एक बड़ा सवाल है।
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ढाई घंटे की देरी से
पहुंची गोरखधाम
महत्वपूर्ण ट्रेन 12555/12556 गोरखधाम एक्सप्रेस भी विलंबित हो रही है। मंगलवार को ही यह ट्रेन बाराबंकी स्टेशन पर बेवजह आधे घंटे से अधिक खड़ी रही। वहां से किसी तरह चली तो गोरखपुर पहुंचने में ढाई घंटे लेट हो गई। नवरात्र के समय भी लोग समय से घर नहीं पहुंच सके। सूत्रों के अनुसार इस ट्रेन में पूर्वोत्तर रेलवे के परिचालन विभाग के एक बड़े और जिम्मेदार अधिकारी भी यात्रा कर रहे थे। इसके बाद भी यह ट्रेन लेट हो गई। यह तब है जब रेलवे प्रशासन प्रमुख ट्रेनों की निगरानी कर रहा है। रोजाना मानीट¨रग हो रही है।