Gorakhpur: सीएम योगी पर अभद्र टिप्पणी करने वाला सपा नेता गिरफ्तार, कन्या पूजन की फोटो लगाकर उड़ाया था मजाक
मुख्यमंत्री का कन्या पूजन करते हुए फोटो पोस्ट कर युवक ने अभद्र टिप्पणी किया था। इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट वायरल होते ही पुलिस सक्रिय हुई और मुकदमा दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। उसे जेल भेज दिया गया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कन्या पूजन की फोटो लगाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अभद्र टिप्पणी करने वाले सपा नेता को रामगढ़ताल थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोपहर बाद उसे न्यायालय में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।
यह है पूरा मामला
कजाकपुर गांव के रहने वाले राहुल यादव ने मुख्यमंत्री का कन्या पूजन करते हुए एक फोटो इंटरनेट मीडिया पर शेयर किया था। इस फोटो पर राहुल ने अभद्र टिप्पणी की थी, जो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गई। मामला संज्ञान में आते ही पुलिस सक्रिय हो गई।
क्या कहती है पुलिस
प्रभारी निरीक्षक रामगढ़ताल थाना सुधीर सिंह ने बताया कि आरोपित के खिलाफ धार्मिक भावना बिगाड़ने, आइटी एक्ट का मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। कोर्ट में पेश कर आरोपित को जेल भेज दिया गया।
जानलेवा हमला करने के तीन आरोपित गिरफ्तार
उधर, युवक पर जानलेवा हमला करने के तीन आरोपितों को कैंपियरगंज थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसके बाद उसे न्यायालय में पेश किया जहां से जेल भेज दिया गया। करतहरी गांव निवासी पहाड़ी केवट मंगलवार की रात गांव के गौरीशंकर, मोतीलाल गौड़ और महराजगंज जिले के पुरंदरपुर, देवपुर निवासी सोनी पत्नी मुकेश ने जानलेवा हमला कर दिया था। बेहोश होने पर पहुंची पुलिस अस्पताल ले गई थी।
ऑपरेशन के लिए घूस लेने वाली महिला अस्पताल की डॉक्टर निलंबित
जिला महिला अस्पताल में अगस्त माह में आपरेशन से प्रसव कराने के लिए रुपये (घूस) लेने वाली डॉ. रीता गौतम को शासन ने निलंबित कर दिया है। रुपये लेते हुए डाक्टर का वीडियो वायरल हुआ था। प्रमुख अधीक्षक डा. एनके श्रीवास्तव ने वह वीडिओ शासन ने भेजकर कार्रवाई की संस्तुति की थी। वीडियो में डाक्टर, तीमारदार से आपरेशन के लिए रुपये लेते साफ दिख रही थीं। यह भी कह रही थीं कि रुपये कम हैं, वह आपरेशन नहीं करेंगी। पूृरे रुपये लेकर आएं। जबकि जिला महिला अस्पताल में प्रसव निश्शुल्क है। यह वीडियो प्रमुख अधीक्षक के पास पहुंचा तो वह चौंक गए। उन्होंने तत्काल वीडियो शासन को भेज दिया और कार्रवाई की संस्तुति की। इसे शासन ने गंभीरता से लेते हुए डाक्टर को निलंबित कर दिया है। प्रमुख अधीक्षक डा. एनके श्रीवास्तव ने इसकी पुष्टि की है।