गोरखपुर में फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनवाने वाला सपा नेता साथी समेत गिरफ्तार Gorakhpur News
समाजवादी छात्र सभा के जिलाध्यक्ष आजम लारी ने असलहा बाबू राम सिंह की मदद से पिस्टल का लाइसेंस बनवाया था। 2009 में फर्जी लाइसेंस पर सपा नेता ने 2017 में रवि गन हाउस से पिस्टल खरीदा।
गोरखपुर, जेएनएन। फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनवाने वाले सपा नेता और पूर्व असलहा बाबू विजय श्रीवास्तव को कैंट पुलिस ने शनिवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। 15 दिन से दोनों की तलाश चल रही थी। दोनों के पास से फर्जी शस्त्र लाइसेंस और 32 बोर का पिस्टल मिला है।
समाजवादी छात्रसभा का अध्यक्ष है अभियुक्त
समाजवादी छात्र सभा के जिलाध्यक्ष आजम लारी ने असलहा बाबू राम सिंह की मदद से पिस्टल का लाइसेंस बनवाया था। 2009 में बने फर्जी लाइसेंस पर सपा नेता ने 2017 में रवि गन हाउस से पिस्टल खरीदा था। पूर्व असलहा बाबू विजय श्रीवास्तव ने अपने नाम से पिस्टल का फर्जी लाइसेंस बनवाया था। एसआइटी की जांच में दोनों का नाम सामने आया था। शनिवार सुबह कैंट पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
फर्जी लाइसेंस से खरीदा गया पिस्टल भी बरामद
इस संबंध में एएसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने कहा कि फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनवाने वाले सपा नेता और पूर्व असलहा बाबू की तलाश चल रही थी। शनिवार सुबह दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। उनके पास से फर्जी शस्त्र लाइसेंस पर खरीदा गया पिस्टल मिला है।
फर्जी शस्त्र लाइसेंस प्रकरण में अब तक हुई कार्रवाई
- 14 अगस्त : आयुध लिपिक राम सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया।
- 15 अगस्त : पुलिस ने गोरखनाथ के नामजद आरोपी तनवीर को जेल भेजा।
23 अगस्त : प्रापर्टी डीलर विजय प्रताप गिरफ्तार हुआ।
-26 अगस्त : गोपी उर्फ शमशेर और विकास तिवारी पकड़े गए।
- 28 अगस्त : ढाबा संचालक प्रणय प्रताप और प्रापर्टी डीलर शमशाद जेल गए।
- 29 अगस्त : रवि आम्र्स कारपोरेशन का संचालक रवि पांडेय पुलिस के हत्थे चढ़ा।
- 05 सितंबर : असलहा बाबू रामसिंह, अशोक गुप्ता और संविदा कर्मचारी अजय गिरी को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
- 12 सितंबर : रवि पांडेय व विजय प्रताप को कैंट पुलिस ने रिमांड पर लिया।