संपत्ति की लालच में बेटे ने की थी पिता की हत्या, पुलिस ने ऐसे खोला राज Gorakhpur News
इस संबंध में एसपी सिटी डा. कौस्तुभ का कहना है कि परिस्थितिजन्य और वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर मुकदमा दर्ज कर व्यवसायी के बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। दवा व्यवसायी सईद अहमद की मौत को शुरू में खुदकशी बताने वाली कोतवाली पुलिस ने हैंडवाश रिपोर्ट आने के बाद उनके बेटे अनस को कातिल बताते हुए रविवार को गिरफ्तार कर लिया। न्यायिक अभिरक्षा में उसे जेल भेज दिया है।
जायदाद का सौदा करने में बाधा बन रहे थे सईद अहमद
कोतवाली पुलिस का कहना है कि जायदाद का सौदा करने में बाधा बनने पर अनस ने पिता को गोली मारकर मौत के घाट उतारा था। बाद में खुदकशी की कहानी गढ़कर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की थी।
तीन गोली मारकर की गई थी हत्या
कोतवाली क्षेत्र के इस्माइलपुर मोहल्ला निवासी सईद अहमद की 13 फरवरी की रात गोली लगने से मौत हो गई थी। शव, उनके कमरे से जुड़े बाथरूम में मिला था। सिर और सीने में तीन गोली लगने से उनकी मौत हुई थी। बेटा अनस और परिजन अवसाद की वजह से खुदकशी करने का दावा कर रहे थे। पहले तो कोतवाली पुलिस भी इस दावे से सहमति जता रही थी, लेकिन बाद में अधिकारियों के दखल देने पर घटना को हत्या मानकर छानबीन शुरू की।
किसी ने तहरीर तक नहीं दी
इस मामले में तहरीर देने के लिए कोई सामने नहीं आ रहा था। इसलिए हत्या का मुकदमा दर्ज करने से पहले पुलिस ने परिस्थितिजन्य और वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाना शुरू किया। व्यवसायी का हैंडवाश जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ भेजा गया था। शुक्रवार की रात आई इसकी रिपोर्ट में व्यवसायी के हाथ पर बारूद के कण न मिलने की पुष्टि हो गई। इससे स्पष्ट हो गया कि उन्होंने खुद नहीं गोली चलाई थी बल्कि किसी और ने गोली मारकर उनकी हत्या की है।
वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तार हुआ कातिल बेटा
इस संबंध में एसपी सिटी डा. कौस्तुभ का कहना है कि परिस्थितिजन्य और वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर मुकदमा दर्ज कर व्यवसायी के बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। बाद में उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। तफ्तीश में पता चलेगा कि साजिश में और कौन लोग शामिल थे? उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।