वार्षिक सम्मेलन में बोले जनरल जसाल-देश को हर खतरे से बचाने को सैनिक तैयार Gorakhpur News
मेजर जनरल शिव जसाल ने कहा कि भारत की बढ़ती वैश्विक शक्ति के मद्देनजर देश के लिए सुरक्षा का विषय बहुत ही महत्वपूर्ण है। आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के खतरे बढ़ गए हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर विश्वविद्यालय के संवाद भवन में अखिल भारतीय पूर्व सैनिक परिषद का वार्षिक सम्मेलन आयोजित हुआ। जिसमें 1971 की लड़ाई के शहीदों, पूर्व सैनिकों की पत्नियों और पांच वीर नारियों को सम्मानित किया गया।
आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के खतरे बढ़े
सम्मेलन को संबोधित करते हुए परिषद के संरक्षक मेजर जनरल शिव जसाल ने कहा कि भारत की बढ़ती वैश्विक शक्ति के मद्देनजर देश के लिए सुरक्षा का विषय बहुत ही महत्वपूर्ण है। आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के खतरे बढ़ गए हैं। ऐसे में सैनिकों की जिम्मेदारी बढ़ गई है। देश को हर खतरे से बचाने के लिए सैनिक तैयार हैं।
देश की सेना पर सभी को गर्व
मुख्य अतिथि प्रति कुलपति प्रो. डॉ. हरिसरन ने कहा कि देश को हमारे सेना पर गर्व है। हमारा जवान देश की रक्षा के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर देता है। सेवा के बाद जब सैनिक वापस घर आता है तो उसका सम्मान करना और उसका ख्याल रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। सम्मेलन को ब्रिगेडियर गोविंद जी मिश्र, ब्रिगेडियर केवीपी सिंह, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल मैथ्यू, विंग कमांडर पीडी शुक्ला आदि ने भी संबोधित किया। संचालन कर्नल आरए मिश्रा और डॉ. शशि भूषण शर्मा ने किया। सम्मेलन में गोरखपुर, आजमगढ़ और बस्ती मंडल से आए पूर्व सैनिक मौजूद रहे। इस दौरान कैप्टन ओपी यादव, ओमप्रकाश मिश्रा, मेजर नित्यानंद तिवारी, रामभरथ दूबे, रामचंद सिंह, राजेश धर दूबे, राकेश सारस्वत, दलजी राय, विमला शर्मा, शालिनी मणि त्रिपाठी आदि मौजूद रहीं।
इन्हें किया गया सम्मानित
सम्मेलन में 1971 के बांग्लादेश का स्वतंत्र कराने के लिए हुई लड़ाई में शामिल रहे शहीद मेजर नरेंद्र कुमार तुली की पत्नी उर्मिल तुली के साथ ही वीर नारियों सीमा सिंह, हीरा कुमारी, सुमिला देवी, रानी थापा सहित संगठन के लिए विशेष सहयोग देने वाले फ्लाइट ले. रामचंदर, कैप्टन मनन जी यादव, सार्जेंट रामभरथ और सात अन्य महिलाओं को भी सम्मानित किया गया।