80 करोड़ के बकाए में धीमी हुई विकास कार्यो की रफ्तार
गोरखपुर : नगर निगम का खजाना खाली होने के कारण शहर में होने वाले विकास के अधिकतर कायों
गोरखपुर : नगर निगम का खजाना खाली होने के कारण शहर में होने वाले विकास के अधिकतर कायरें पर ब्रेक लग गया है। पिछले वित्तीय वर्ष में बजट से ज्यादा का कार्य अधिकारियों ने स्वीकृत कर दिया था। नतीजा ठेकेदारों का करोड़ों रुपये निगम पर बकाया हो गया है।
आलम यह है कि नये बोर्ड के गठन के बाद निगम में एक भी नये कार्य स्वीकृत नहीं हुए हैं। जो कार्य हो रहे हैं वह अवस्थापना निधि या 14 वें वित्त से हो रहे हैं। वहीं स्टोर में सामान न होने के कारण नगर निगम नाले का क्षतिग्रस्त क्त्रास भी ठीक नहीं करा पा रहा है। नाली का क्त्रास न बनने से कई जगहों पर बड़ा हादसा हो सकता है।
वाडरें में विकास के नये कार्य स्वीकृत न होने से सपा, काग्रेस, बसपा और निर्दलीय पार्षदों के साथ-साथ भाजपा पार्षद भी नाराज हैं। पिछले छह माह में किसी भी वार्ड में कोई नया कार्य नहीं हुआ है। वहीं बकाया भुगतान न होने से ठेकदार नए कायरें के लिए टेंडर नहीं डाल रहे हैं। एक ही कार्य के लिए चार-चार बार टेंडर निकालना पड़ा। इलाहीबाग बंधे के पास मुख्य सड़क पर दो माह से पुलिया का क्त्रास टूटा हुआ है। उसके कारण प्रतिदिन वहा जाम लगता है। स्थानीय पार्षद का आरोप है कि कई बार निगम के अधिकरियों को अवगत कराने के बाद भी क्षतिग्रस्त क्त्रास ठीक नहीं कराया गया। शहर को कोई ऐसा वार्ड नहीं है जहा क्त्रास और नाली क्षतिग्रस्त न हो।
वार्ड नंबर 28 जंगल सालिकग्राम के पादरी बाजार आरकेपुरम में डेढ़ वर्ष से सड़क का निर्माण नहीं हुआ, जबकि नाली बन चुकी है। बकाया न मिलने से ठेकदार कार्य करने से कतरा रहे हैं। शहर में इस तरह की पचासों सड़क व नाली हैं जो अब भी आधी-अधूरी है।
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बोर्ड फंड में धीरे-धीरे पैसे आ रहे हैं। नागलिया हास्पिटल के पास, लालडिग्गी और बक्शीपुर में नाली का क्त्रास बना है। बेतियाहाता में दो करोड़ की लागत से नाला निर्माण कराया जा रहा है। सभी पार्षदों से क्षतिग्रस्त क्त्रास, नाली एवं सड़क की सूची मागी गई है ताकि बरसात से पहले उसे ठीक कराया जा सके।
सीताराम जायसवाल, महापौर
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नगर आयुक्त कहते हैं कि बोर्ड फंड में पैसे नहीं हैं। नगर आयुक्त शासन को इस समस्या से अवगत कराएं ताकि बरसात से पहले जनहित के कुछ जरूरी काम हो सके।
- ऋषि मोहन वर्मा, नेता भाजपा पार्षद दल
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क्षतिग्रस्त नाली और क्त्रास ठीक नहीं किए जा रहे हैं। 20 से अधिक ट्यूबवेल खराब पड़े हैं। बारिश से पहले क्षतिग्रस्त सड़कें व नालिया न बनीं तो भारी दिक्कत होगी।
जियाउल इस्लाम, पूर्व उपसभापति
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मुख्यमंत्री के विशेष सचिव को 200 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट बनाकर शनिवार को दिया गया है। इसमें वार्डवार नाली, सड़क निर्माण, ट्यूबवेल तथा सफाई के उपकरण शामिल है। उन्हें यह भी अवगत कराया गया है कि निगम पर ठेकेदारों का 80 करोड़ का बकाया है, जिससे विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
प्रेम प्रकाश सिंह, नगर आयुक्त
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