अब हमसफर में भी Sleeper Class, इस रूट पर लगने लगे स्लीपर कोच Gorakhpur News
गोरखपुर के रास्ते कटिहार से दिल्ली के बीच सप्ताह में दो दिन चलने वाली चंपारण हमसफर एक्सप्रेस में स्लीपर के कोच लगने लगे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। रेल यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। अब वे पूरी तरह वातानुकूलित (एसी थर्ड) हमसफर में भी स्लीपर का आनंद उठा सकेंगे। गोरखपुर के रास्ते कटिहार से दिल्ली के बीच सप्ताह में दो दिन चलने वाली चंपारण हमसफर एक्सप्रेस में स्लीपर के कोच लगने लगे हैं।
स्लीपर कोच लगते ही फुल हुई ट्रेन
खाली बर्थों को भरने व घाटे से उबरने के लिए रेलवे बोर्ड ने हमसफर एक्सप्रेस में भी स्लीपर कोच लगाने का निर्णय लिया है। इसका असर भी दिखने लगा है। चंपारण हमसफर में स्लीपर कोच लगते ही सभी बर्थ भर गईं। जबकि एसी थर्ड की बर्थें खाली हैं। यह तब है जब 50 फीसद टिकटों की बुकिंग तक कोई अतिरिक्त किराया नहीं लिया जा रहा है। 13 फरवरी को कटिहार से दिल्ली जाने वाली चंपारण हमसफर निरस्त है। 17 को 15705 हमसफर में स्लीपर क्लास में 21 वेटिंग चल रहा है जबकि एसी की 661 बर्थें खाली हैं। ऑफ सीजन में यह ट्रेन लगभग खाली चलती है। गोरखपुर से चलने वाली हमसफर एक्सप्रेस की स्थिति भी कमोबेश यही है।
बेसिक किराए पर ही होगी बुकिंग
13 फरवरी को गोरखपुर से बनकर चलने वाली 12595 में एसी थर्ड में 181 बर्थ खाली हैं। जबकि, रुटीन एक्सप्रेस गोरखधाम और वैशाली में जगह ही नहीं है। जानकारों का कहना है कि गोरखपुर से चलने वाली हमसफर में भी ऑफ सीजन में स्लीपर कोच लगाने की उम्मीद बढ़ गई है। लोगों को राहत मिलेगी। फिलहाल, स्लीपर के यात्री बेसिक किराए पर टिकटों की बुकिंग कर सकेंगे। अतिरिक्त कोई छूट नहीं मिलेगी। किराए की वापसी सामान्य नियमों के आधार पर होगी।
गोरखपुर से चली थी देश की पहली हमसफर एक्सप्रेस
एसी में सफर करने वाले लोगों की सुविधा के लिए गोरखपुर से आनंदविहार के बीच 16 दिसंबर 2016 को देश की पहली हमसफर एक्सप्रेस चली थी। तत्कालीन रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने हरी झंडी दिखाई थी। साप्ताहिक के बाद इस ट्रेन को रोजाना कर दिया गया।