गोरखपुर में फर्जी आइडी बनाकर ठगी करने वाले छह साइबर अपराधी पकड़े गए
50 से अधिक लोगों की फेसबुक पर फर्जी आइडी बनाकर ठगी करने वाले गिरोह के छह सदस्यों को साइबर सेल की टीम ने पकड़ लिया। ये सभी मथुरा जिले के रहने वाले हैं। एसएसपी ने आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली टीम को 25 हजार रुपये का इनाम दिया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : पुलिस अधिकारियों, विधायक, अधिवक्ता समेत 50 से अधिक लोगों की फेसबुक पर फर्जी आइडी बनाकर ठगी करने वाले गिरोह के छह सदस्यों को साइबर सेल की टीम ने मंगलवार सुबह दबोच लिया। पकड़े गए सभी आरोपित मथुरा जिले के हैं। पांच साल से सक्रिय यह गिरोह अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा था। आरोपितों के कब्जे से मोबाइल फोन व सिमकार्ड मिला है। एसएसपी ने आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली टीम को 25 हजार रुपये का इनाम दिया है। एसएसपी दिनेश कुमार पी ने मंगलवार दोपहर पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी।
फेसबुक पर एसएसपी की फर्जी आइडी बनाकर जालसाजों ने मांगे थे रुपये
एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि नौ जुलाई, 2021 को सूचना मिली कि फेसबुक पर उनकी फर्जी आइडी बनाकरी जालसाज परिचितों से रुपये मांग रहे हैं। पुष्टि होने पर उन्होंने कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कराया। अपराधियों की पहचान के लिए साइबर सेल की टीम को लगाया गया था। टीम ने छानबीन शुरू की तो पता चला कि मथुरा जिले के गोवर्धन थानाक्षेत्र के मडौरा गांव का रहने वाला गिरोह पहले फेसबुक, वाट्सएप पर फर्जी आइडी बनाता है। बाद में फेसबुक से ही फ्रेंड लिस्ट चुराकर मदद के नाम पर रुपये की मांग करते हैं। एसएसपी गोरखपुर के अलावा उन्होंने कैंपियरगंज विधायक फतेह बहादुर सिंह, सिविल कोर्ट के अधिवक्ता नीरज शाही समेत गोरखपुर के रहने वाले 50 से अधिक लोगों की फर्जी आइडी बनाकर ठगी की है।
सर्विलांस की मदद से पुलिस ने आरोपितों को किया गिरफ्तार
सर्विलांस की मदद से मंगलवार सुबह प्रभारी निरीक्षक कैंट सुधीर सिंह, साइबर सेल प्रभारी महेश चौबे, उप निरीक्षक रविंद्र नाथ चौबे, साइबर सेल के शशिशंकर राय व शशि जायसवाल ने पैडलेगंज के पास घेराबंदी कर दो नाबालिग समेत छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उनकी पहचान मथुरा के गोवर्धन थानाक्षेत्र स्थित मडौरा गांव निवासी अंसार खान, साकिर खान, वहीद खान, कासिम के रुप में हुई। उनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाइल व सिमकार्ड मिला। दोपहर बाद आरोपितों को कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया। गिरोह के चार अन्य सदस्यों की तलाश चल रही है।