दस्तखत से नहीं चलेगा काम, लिखना होगा पूरा नाम Gorakhpur News
सरकारी दफ्तरों में अब फाइलों पर अधिकारी चिडिय़ा (इनीशियल) बैठाने की बजाय अपने पूरे नाम का हस्ताक्षर करेंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। सरकारी दफ्तरों में अब हस्ताक्षर का फर्जीवाड़ा नहीं चल पाएगा। फाइलों पर अधिकारी चिडिय़ा (इनीशियल) बैठाने की बजाय अपने पूरे नाम का हस्ताक्षर करेंगे। इसके साथ ही पदनाम की मुहर भी लगानी होगी। बिना नाम और मुहर की फाइल वापस लौट जाएगी।
वरना वापस कर दी जाएंगी फाइलें
अपर जिलाधिकारी वित्त व राजस्व राजेश सिंह ने जनपद के सभी उपजिलाधिकारियों, नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारी व निबंधन विभाग को निर्देशित किया है कि पत्रावलियों पर संबंधित अधिकारी अपने पूरे नाम का हस्ताक्षर करें और पदनाम की मुहर भी लगाएं। यदि कोई अधिकारी इनीशियल बनाकर फाइल आगे बढ़ाता है, तो उसे वापस कर दिया जाएगा। संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी कि अपने अधीनस्थों को भी इससे अवगत कराएं।
शस्त्र लाइसेंस प्रकरण से सबक
जिले में बड़े पैमाने पर फर्जी शस्त्र लाइसेंस का मामला उजागर होने के बाद जिला प्रशासन ने इससे सबक लेते हुए हस्ताक्षर फर्जीवाड़ा रोकने को यह कदम उठाया है। लाइसेंस प्रकरण की जांच में एक ही क्रमांक पर दो लोगों के नाम होने के कारण 10 बेगुनाहों को जेल भेज दिया गया था। हालांकि बाद में प्रशासन ने अपनी गलती स्वीकारते हुए उनके शस्त्र लाइसेंस को क्लीन चिट दे दी। सूत्रों के मुताबिक असलहा लाइसेंस के अनुमोदन की पत्रावली पर सक्षम प्राधिकारी के इनीशियल ही होते हैं। इसी के चलते प्रकरण में पुलिस के सामने भी दिक्कतें आई हैं।
फर्जीवाड़े पर पूरी तरह अंकुश के लिए उपजिलाधिकारियों, निबंधन विभाग व नगर पंचायत को निर्देशित किया गया है कि अधिकारी फाइलों पर पूरे नाम का हस्ताक्षर करें और अपने पदनाम की मुहर भी लगाएं। बुधवार तक इस पर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिए जाएंगे। - राजेश सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त व राजस्व