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अजब गजब: छेड़खानी के आरोप में सजा काट रहे गुरु जी, इधर स्कूल में बनती रही हाजिरी

मामला सिद्धार्थनगर जिले के कपिलवस्तु क्षेत्र का है। यहां अनुसूचित जाति की छात्रा से छेड़खानी के आरोप में तीन जून से शिक्षक जेल में बंद है। उधर 22 दिन बाद विभाग की नींद टूटी तो निलंबन के साथ जांच शुरू हुई।

By Pragati ChandEdited By: Published: Sun, 26 Jun 2022 01:23 PM (IST)Updated: Sun, 26 Jun 2022 01:23 PM (IST)
अजब गजब: छेड़खानी के आरोप में सजा काट रहे गुरु जी, इधर स्कूल में बनती रही हाजिरी
छेड़खानी का आरोपित शिक्षक जेल में और स्कूल में बनती रही हाजिरी। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

सिद्धार्थनगर, जागरण संवाददाता। बेसिक शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली अजब है। छात्रा से छेड़खानी के आरोप में सिद्धार्थनगर जिले के कपिलवस्तु क्षेत्र का एक शिक्षक 22 दिनों से जेल में बंद है और विद्यालय में उसकी हाजिरी बनती रही है। इतने दिनों बाद जब विभागीय अधिकारियों की नींद टूटी तो शनिवार को उसको निलंबित कर दिया गया। हैरान करने वाली बात तो ये है कि हाजिरी की बात छिपाने के लिए विद्यालय के रजिस्टर से आनन- फानन पन्ना ही फाड़ दिया गया। जेल में बंद शिक्षक की हाजिरी कैसे लगी और वेतन किसके हस्ताक्षर से निर्गत हुआ, अब इसकी जांच होने जा रही है।

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12 फरवरी को छात्रा ने लगाया था छेड़खानी का आरोप: कपिलवस्तु क्षेत्र के एक प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षक केशव मणि त्रिपाठी पर वहां की अनुसूचित जाति की छात्रा ने 12 फरवरी को छेड़खानी का आरोप लगाया था। उसके विरुद्ध एफआइआर दर्ज होने के बाद विभाग ने कोई बड़ी कार्रवाई न कर क्षेत्र के दूसरे पूर्व माध्यमिक विद्यालय (पिपरी) से संबद्ध कर दिया। पुलिस ने तलाश शुरू की तो वह फरार हो गया, लेकिन उसकी हाजिरी संबद्ध विद्यालय में बनती रही और वेतन भी निर्गत होता रहा।

पुलिस का दबाव बढ़ने पर शिक्षक ने किया था आत्मसर्पण: पुलिस का दबाव बढ़ा तो उसने तीन जून को कोर्ट में समर्पण कर दिया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया। हैरत यह कि 16 जून से जब नया सत्र शुरू हुआ तो भी उसकी हाजिरी बननी बंद नहीं हुई।

अधिकारी बोले: बीएसए देवेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि आरोपित शिक्षक तीन जून से जेल में हैं। जेल में बंद होने व विद्यालय के रजिस्टर में हाजिरी लगने की सूचना मिलने पर आरोपित को निलंबित कर दिया गया है। विद्यालय के रजिस्टर में हाजिरी लगाए जाने, पन्ना फाड़े जाने की जांच कराई जाएगी। वेतन किसके हस्ताक्षर से निर्गत हुआ, इसकी भी जांच कराई जाएगी।


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