फर्जी प्रमाण पत्र लगाने वाले प्रधान को हटाया गया पद से
अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनवाकर बने थे प्रधान
संतकबीर नगर: गलत प्रमाण पत्र के चलते श्यामसुंदर को प्रधान पद से हटा दिया गया है। अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनवाकर ये सेमरियावां ब्लाक के ग्राम पंचायत रजापुर सरैया के प्रधान बने थे। इन्हीं के गांव के एक व्यक्ति ने इसकी शिकायत डीएम व राज्य निर्वाचन आयोग से कर दी थी। इस पर डीएम ने कमेटी गठित की थी। कमेटी की जांच में शिकायत सही पाई। इस पर डीएम ने प्रधान पद से हटाने की यह कार्रवाई की है।
खलीलाबाद तहसील क्षेत्र के सेमरियावां ब्लाक के ग्राम पंचायत-रजापुर सरैया निवासी अनिकेत मणि पाण्डेय पुत्र परमानंद ने छह अप्रैल 2021 को डीएम व राज्य निर्वाचन आयोग के पास प्रार्थना पत्र दिया था। इसमें शिकायतकर्ता ने यह उल्लेख किया था कि उनके गांव के श्यामसुंदर गौड़ पुत्र हूबलाल कहार जाति के हैं। वह राजस्व लेखपाल से मिलकर अपना व अपने भाई वीरेंद्र कुमार की पत्नी संजू देवी का अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनवा लिया है। गलत जाति प्रमाण पत्र के आधार पर श्यामसुंदर प्रधान बन गए। शिकायतकर्ता ने अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र और प्रधान पद के लिए किए गए आवेदन को निरस्त करते हुए कानूनी एवं दंडात्मक कार्रवाई किए जाने की मांग की थी। इस पर जाति प्रमाण पत्र के सत्यापन के लिए एडीएम वित्त एवं राजस्व मनोज कुमार सिंह, एसडीएम खलीलाबाद नवीन चंद्र श्रीवास्तव, जिला समाज कल्याण अधिकारी महेंद्र कुमार की कमेटी गठित कर दी गई थी। कमेटी ने 22 जून 2021 को बैठक की थी। इस बैठक में डीएम व कमेटी के सदस्यों ने जाति प्रमाण पत्र का सत्यापन किया था। समिति ने यह निष्कर्ष निकाला कि शिकायतकर्ता ने अपने दावे को सिद्ध करने के लिए सबल प्रमाण उपलब्ध कराया है। वहीं दूसरे पक्ष के श्यामसुंदर अनुसूचित जाति का होने से संबंधित ठोस प्रमाण पेश नहीं कर सके। इस पर इनका अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र निरस्त करते हुए चार दिसंबर 2021 को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। इस पर श्यामसुंदर संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। डीएम दिव्या मित्तल ने बताया कि सेमरियावां ब्लाक के ग्राम पंचायत रजापुर सरैया के श्यामसुंदर को प्रधान पद से पदच्युत कर दिया गया है।