शो पीस बने रेलवे स्टेशन के डिस्प्ले बोर्ड
गोरखपुर रेलवे स्टेशन परिसर और प्लेटफार्मो पर लगे डिस्प्ले बोर्ड शो पीस बनकर रह गए हैं। यात्रियों को समय से कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। यहां तक चार्ट भी यात्री नहीं देख पा रहे हैं। हालांकि रेलवे प्रशासन का कहना है इसे फिर से चालू किया जाएगा।
गोरखपुर : रेलवे स्टेशन परिसर और प्लेटफार्मो पर लगे डिस्प्ले बोर्ड शो पीस बनकर रह गए हैं। 'रेलवे डिस्प्ले नेटवर्क' से जुड़े डिस्प्ले बोर्ड पिछले माह से ही धूल फांक रहे हैं। यात्रियों को ट्रेनों व अन्य गतिविधियों की अपडेट जानकारी नहीं मिल पा रही।
दरअसल, यात्रियों को अतिरिक्त सुविधा देने के उद्देश्य से रेलवे बोर्ड ने पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय स्टेशन गोरखपुर को भी रेलवे डिस्प्ले नेटवर्क से जोड़ दिया। इसके लिए कई बोर्ड लगाए गए। यात्रियों को ट्रेनों की अपडेट जानकारी मिलने लगी। इसके अलावा यात्रियों को मौसम और देश-विदेश की अन्य गतिविधियां भी हासिल होने लगीं। लेकिन अचानक इनके बंद होने से यात्रियों में निराशा होने लगी है। सूत्रों का कहना है कि रेलवे बोर्ड ने रेलवे डिस्प्ले नेटवर्क के लिए एक निजी फर्म के साथ छह माह का करार किया था। छह माह बीतते ही करार समाप्त हो गया और इसके साथ ही डिस्प्ले बोर्डो से ट्रेनों की सूचनाएं और जानकारियां गायब हो गई।
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मैनुअल की जगह अब
इलेक्ट्रानिक चार्ट
प्लेटफार्मो पर स्थापित इलेक्ट्रानिक चार्ट अक्सर बंद ही रहते हैं। गुरुवार को भी अधिकतर चार्ट कार्य नहीं कर रहे थे। यह तब है जब स्टेशनों पर मैनुअल चार्ट लगना और ट्रेनों में चस्पा होना बंद हो गया है।
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आरक्षण कार्यालय में भी
हाथी दांत बना बोर्ड
रेलवे आरक्षण कार्यालय में भी यात्री ठगे जा रहे। पीएनआर आदि की जानकारी के लिए लगी टच मशीन बंद पड़ी है। ट्रेनों में बर्थो की जानकारी देने वाला डिस्प्ले बोर्ड भी हाथी दांत बना हुआ है। टिकट के लिए कार्यालय पहुंचने वाले लोग अपडेट नहीं हो पा रहे। उन्हें पूछताछ काउंटर पर लाइन लगानी पड़ती है।
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पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ संजय यादव का कहना है कि रेलवे डिस्प्ले नेटवर्क को पुन: चालू करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। खुद महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल इसको लेकर गंभीर हैं। जल्द ही यह अतिरिक्त सुविधा यात्रियों को फिर से मिलने लगेगी।