Lockdown in Gorakhpur : मरीजों के परीक्षण के लिए मेडिकल कॉलेज में बनी सात टीमें Gorakhpur News
इस समय निजी हॉस्पिटल व क्लीनिक लगभग बंद हैं। इसलिए ज्यादातर गंभीर रोगों से ग्रसित मरीज मेडिकल कॉलेज में पहुंच रहे हैं। ऐसे में सात टीमें उनकी जांच के लिए बनाई गई हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना के मद्देनजर बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज में मरीजों का सघन परीक्षण करने के लिए सात टीमें गठित की गई हैं। विभिन्न विभागों में कार्य कर रही टीमें वहां पहुंचने वाले हर गंभीर मरीज का सघन परीक्षण कर रही हैं। यदि उनमें कोरोना के लक्षण दिखेंगे तो उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भेजने के साथ ही जांच के लिए उनके सैंपल भी लिए जाएंगे।
निजी हास्पिटल चल रहे बंद
इस समय निजी हॉस्पिटल व क्लीनिक लगभग बंद हैं। इसलिए ज्यादातर गंभीर रोगों से ग्रसित मरीज मेडिकल कॉलेज में पहुंच रहे हैं। ऐसे में सात टीमें उनकी जांच के लिए बनाई गई हैं। यदि मरीज में बुखार, सांस फूलने व खांसी की समस्या है और वह विदेश या देश के अन्य प्रांतों से आया है तो अनिवार्य रूप से उसे आइसोलेट कर सैंपल लेने के निर्देश दिए गए हैं।
नियमित हो रही समीक्षा
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार रोज सुबह 10.30 बजे सभी टीमों के प्रमुखों, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक व चिकित्सा अधीक्षक के साथ बैठक कर तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज की टीम पूरी तरह मरीजों की देखभाल कर रही है।
इलाज में नहीं हुई है लापरवाही
इलाज में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जा रही है। बाल रोग विभाग व मेडिसिन विभाग में हुई दो युवतियों की मौत, इलाज में लापरवाही के चलते नहीं हुई बल्कि वे बहुत ही गंभीर अवस्था में मेडिकल कॉलेज आई थीं। दोनों का हीमोग्लोबिन मात्र दो ग्राम था। ऐसे में झटका आया और उनकी मौत हो गई। परिजनों के आरोप गलत हैं।
ट्रामा सेंटर के बाहर बनी मेडिसिन फ्लू इमरजेंसी
मेडिसिन फ्लू इमरजेंसी को ट्रामा सेंटर के बाहर केबिन बनाकर स्थानांतरित कर दिया गया है। अब आने वाले मरीजों की यहीं स्क्रीनिंग होंगी और जांच टीम के निर्णय के अनुसार मरीज को कोरोना या मेडिसिन वार्ड में भेजा जाएगा।