लीबिया से अपने वतन पहुंचे मुन्ना समेत सात भारतीय
कुशीनगर जिले के नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र के गांव गड़हिया बसंतपुर निवासी मुन्ना चौहान सितंबर 2019 में दिल्ली स्थित एनडी इंटरप्राइजेज ट्रेवल एजेंसी के माध्यम से लीबिया गया था। घर आने की सूचना देने के बाद मुन्ना समेत सात भारतीयों का अपहरण हो गया था।
गोरखपुर, जेएनएन। लीबिया में अपहरणकर्ताओं से मुक्त होने के बाद कुशीनगर के मुन्ना चौहान समेत सभी सात भारतीय बुधवार को दिल्ली पहुंच गए। लीबिया स्थित भारतीय दूतावास ने चार्टर प्लेन से उन्हें यहां भेजने की व्यवस्था की थी। स्वदेश पहुंचने की खबर मिलते ही मुन्ना के स्वजन खुश हो गए।
कुशीनगर जिले के नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र के गांव गड़हिया बसंतपुर निवासी मुन्ना चौहान सितंबर 2019 में दिल्ली स्थित एनडी इंटरप्राइजेज ट्रेवल एजेंसी के माध्यम से लीबिया गया था। मुन्ना सहित सात कामगारों का वीजा 13 सितंबर 2020 को समाप्त हो गया। 17 सितंबर को लीबिया से दिल्ली के लिए फ्लाइट होने की जानकारी उसने स्वजन को दी। बातचीत जारी थी, इसी बीच संपर्क टूट गया। स्वजन ने संपर्क करने की बहुत कोशिश की लेकिन नहीं हो पाया। फिर स्वजन अनहोनी की आशंका से घिर गए।
महराजगंज जिले के कोठीभार क्षेत्र के बैजनाथपुर निवासी व मुन्ना के रिश्तेदार लल्लन ने 27 सितंबर को दिल्ली पहुंचकर लीबिया भेजने वाली कंपनी में पूछताछ की तो आतंकियों द्वारा मुन्ना समेत सात भारतीयों का अपहरण किए जाने की बात सामने आई। स्वजन से मिली जानकारी के बाद विदेश व गृह मंत्रालय सक्रिय हुआ। भारत सरकार के दबाव के बाद 11 अक्टूबर को सभी भारतीय रिहा हो सके। अन्य भारतीयों में देवरिया, बिहार व आंध्रप्रदेश के कामगार हैं। मुन्ना की मां चंद्रावती देवी ने बताया कि दिल्ली पहुंचने के बाद उसने 30 अक्टूबर को गांव पहुंचने की बात कही है। एसपी विनोद कुमार सिंह का कहना है कि मुन्ना के लीबिया से रिहा होने की जानकारी मिली थी। मुन्ना समेत सभी भारतीय सुरक्षित स्वदेश आ गए हैं। पुलिस स्वजन से लगातार संपर्क में है।
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