गोरखपुर के वरिष्ठ जेल अधीक्षक को जेल में बंद बदमाशों से खतरा
गोरखपुर जेल में बंद बदमाश वरिश्ठ जेल अधीक्षक को दे चुके हैं धमकी, सिपाहियों से कर चुके हैं हाथापाई।
गोरखपुर : सख्ती बढ़ने पर जेल में बंद बदमाश और उनके गुर्गे अधिकारियों पर दबाव बना रहे हैं। सहूलियत पाने के लिए अधिकारियों को धमका भी रहे हैं। वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ. रामधनी ने एसएसपी को पत्र लिख जेल में बंद बदमाशों से खतरा जताते हुए सुरक्षा मांगी थी। एलआइयू जांच के बाद उन्हें गनर मुहैया कराया गया है।
गोरखपुर जेल प्रदेश के पांच संवेदनशील जेलों में शामिल है। बंदियों पर सख्ती करने पर पूर्व में यहां तैनात रहे अधिकारियों पर कर्मचारियों पर जानलेवा हमला हो चुका है। बागपत जेल में माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद प्रदेश के सभी जेलों में सख्ती बरती जा रही है। सख्ती का नतीजा है कि अधिकारियों व कर्मचारियों को धमकी मिल रही है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ. रामधनी ने गोरखपुर जेल को संवेदनशील बताते हुए गनर की मांग की थी। एसएसपी ने सीओ एलआइयू की इसकी जांच सौंपी थी। रिपोर्ट मिलने के बाद वरिष्ठ जेल अधीक्षक को गनर मुहैया करा दी गई है। हाल के दिनों में हुई घटनाएं
दिसंबर 2014 : जेल में बंद माफिया के गुर्गे ने सख्ती करने पर डिप्टी जेलर को परिवार समेत आवास में बंधक बनाकर लूट की थी। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश किया था। मार्च 2015 : अधिकारियों के सख्ती करने पर जेल में बंद बदमाश के गुर्गे ने वॉच टॉवर पर तैनात बंदीरक्षक की वर्दी व राइफल लूटकर फरार हो गया था। घटना के बाद जेलकर्मी दहशत में आ गए थे। अक्टूबर 2016 : सख्ती करने पर जेल में बंद बदमाशों ने जेलकर्मियों पर हमला कर दिया था। मुकदमा दर्ज कराने पर बवाल करते जेल में जमकर तोड़फोड़ की थी। एक महीने तक जेल की स्थिति तनाव पूर्ण रही। तत्कालीन अधिकारियों ने घटना के बाद जेलर व डिप्टी जेलर को गनर मुहैया कराया था। -
वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने गोरखपुर जेल को संवेदनशील बताते हुए गनर मांगा था। सुरक्षा के लिहाज से उन्हें गनर मुहैया करा दिया गया है। अधिकारियों को गनर देने की पहले से परंपरा भी रही है।
- शलभ माथुर, एसएसपी