आश्चर्यजनक किंतु सत्य : सरयू नदी में 45 किलोमीटर तक बहता रहा बुजुर्ग, बच गई जान Gorakhpur News
महाराष्ट्र के जलगांव जनपद के बाबूरखुर्दा गांव निवासी मगन नारायण पाटिल सरयू नदी में बह गए। करीब 45 किलोमीटर तक बहते रहने के बाद भी मगन की जान बच गई।
By Edited By: Published: Sun, 25 Aug 2019 11:03 PM (IST)Updated: Mon, 26 Aug 2019 03:53 PM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। ऊपर वाला यदि किसी को बचाता है तो फिर मौत भी उसे छू कर चली जाती है। ऐसा ही कुछ रविवार को हुआ महाराष्ट्र के जलगांव जनपद के बाबूरखुर्दा गांव निवासी मगन नारायण पाटिल (60) पुत्र नारायण सेधाराम पाटिल के साथ। वह अपने साथियों के साथ अयोध्या दर्शन करने आए थे। अयोध्या में सरयू में हाथ-पैर धोते समय वह पैर फिसल जाने से नदी की तेज धारा में बह गए।
इस घटना की जानकारी तब हुई जब शुक्रवार की शाम बस्ती जिले में ग्रामीणों ने सरयू नदी उस पार देवारागंग बरार गांव के पास बुजुर्ग को कटान की अड़ार में एक पेड़ की डाली पकड़ कर खुद को बचाने का प्रयास करते देखा। लोग नाव लेकर पहुंचे तथा बुजुर्ग को किसी तरह से नदी से निकाल कर नाव पर बैठाए तथा अपने गांव ले गए। गांव के निवासी राजेंद्र व बाबूराम ने बताया कि बुजुर्ग सरयू की धारा के साथ 45 किमी तक बहते चले आए थे। वह ठंड से बुरी तहर कांप रहे थे। उन्हें अलाव जलाकर खूब तपाया गया तब जाकर उन्हें कुछ राहत मिली।
कुछ देर बाद गांव के लोगों ने उसे नहलाकर कपड़े पहनाए और भोजन कराया, तक जाकर उन्हें इत्मीनान हुआ। शनिवार की शाम को नाव के जरिये नदी के इस पार लाए तथा दुबौलिया पुलिस को सौंप दिया। गांव के लोगों ने चंदा एकत्र कर बुजुर्ग को 750 रुपये दिए। दुबौलिया थाने के एसआइ नंदलाल सरोज ने उन्हें आर्थिक सहयोग किया। पुलिस ने लिखा पढ़ी के बाद बुजुर्ग को छावनी बाजार में फैजाबाद की बस पर बैठा दिया और वह अपने घर के लिए रवाना हो गए।
इस घटना की जानकारी तब हुई जब शुक्रवार की शाम बस्ती जिले में ग्रामीणों ने सरयू नदी उस पार देवारागंग बरार गांव के पास बुजुर्ग को कटान की अड़ार में एक पेड़ की डाली पकड़ कर खुद को बचाने का प्रयास करते देखा। लोग नाव लेकर पहुंचे तथा बुजुर्ग को किसी तरह से नदी से निकाल कर नाव पर बैठाए तथा अपने गांव ले गए। गांव के निवासी राजेंद्र व बाबूराम ने बताया कि बुजुर्ग सरयू की धारा के साथ 45 किमी तक बहते चले आए थे। वह ठंड से बुरी तहर कांप रहे थे। उन्हें अलाव जलाकर खूब तपाया गया तब जाकर उन्हें कुछ राहत मिली।
कुछ देर बाद गांव के लोगों ने उसे नहलाकर कपड़े पहनाए और भोजन कराया, तक जाकर उन्हें इत्मीनान हुआ। शनिवार की शाम को नाव के जरिये नदी के इस पार लाए तथा दुबौलिया पुलिस को सौंप दिया। गांव के लोगों ने चंदा एकत्र कर बुजुर्ग को 750 रुपये दिए। दुबौलिया थाने के एसआइ नंदलाल सरोज ने उन्हें आर्थिक सहयोग किया। पुलिस ने लिखा पढ़ी के बाद बुजुर्ग को छावनी बाजार में फैजाबाद की बस पर बैठा दिया और वह अपने घर के लिए रवाना हो गए।
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