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धोखाधड़ी : सचिव ने ग्राम पंचायत के खाते से 3.20 लाख निकाला Gorakhpur News

सचिव आनंद वरुण द्वारा 2018 में दो लाख चार हजार रुपये व एक लाख अस्सी हजार रुपये के दो चेक हाजी ब्रिक्स फील्ड फर्म को दिया गया था जबकि वहां से कोई सामान नहीं खरीदा गया।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Wed, 19 Aug 2020 06:20 PM (IST)Updated: Wed, 19 Aug 2020 06:20 PM (IST)
धोखाधड़ी : सचिव ने ग्राम पंचायत के खाते से 3.20 लाख निकाला Gorakhpur News
धोखाधड़ी : सचिव ने ग्राम पंचायत के खाते से 3.20 लाख निकाला Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। स्वच्‍छ भारत मिशन के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में शौचालयों का निर्माण कराया गया है। इन निर्माण में बड़े पैमाने पर अनियमितता के मामले भी प्रकाश में आए हैं। जैसे-जैसे शौचालयों की फोटो वेबसाइट पर अपलोड करने का दबाव बढ़ रहा है, वैसे-वैसे गांवों में शौचालय निर्माण में हुई घपलेबाजी भी सामने आ रही है। भटहट विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत पोखरभिंडा उर्फ चकदहां के सचिव ने ग्राम सभा के खाते से 3.20 लाख रुपये निकालकर दूसरे ग्राम सभा में कार्य करा लिया। पैसा निकालने की ग्राम प्रधान को भनक तक नहीं लगी। मामले में ग्राम प्रधान बलवंता देवी के पुत्र राम नगीना यादव ने जिला पंचायत राज अधिकारी को भेजे गए शिकायती पत्र में सचिव पर लाखों रुपयेे के गबन का आरोप लगाया है।

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सामान खरीदने के नाम पर इस दुकान के नाम पर निकाली धनराशि 

डीपीआरओ की ओर से कराई गई जांच में पता चला है कि पोखरभिंडा गांव के तत्‍कालीन सचिव आनंद वरुण द्वारा 2018 में दो लाख चार हजार रुपये व एक लाख अस्सी हजार रुपये के दो चेक मुडि़ला चौराहा स्थित हाजी ब्रिक्स फील्ड फर्म को दिया गया था, जबकि पोखरभिंडा उर्फ चकदहां में उस दुकान से कोई भी सामान नहीं गया। सचिव आनंद वरुण का कहना है कि उस दौरान उनके अन्य तीन गांवों परशुरामपुर, सोहसा और चिउराडिह में शौचालय का पैसा नहीं था, इसलिए वहां सामग्री की आपूर्ति करा दी गई थी। दुकानदार का कहना है कि सचिव ने एक रसीद छपवाई थी, जिस पर वह सामग्री का नाम व संख्या तथा हस्ताक्षर करके भेजते थे। इस संबंध में जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। संबंधित सचिव के विरुद्ध मुकदमे का आदेश जारी किया जा चुका है। राम नगीना ने आरोप लगाया है कि उसकी मां प्रधान बलवंता काफी वृद्ध हैं। उसी का फायदा उठाकर सचिव ने चेक पर हस्ताक्षर कराकर अन्य गांव में सामग्री की आपूर्ति करा दी है। 

लाभार्थियों का लाखों बकाया

परशुरामपुर ग्राम सभा के खाते में मात्र तीन हजार रुपये बचे हैं जबकि शौचालय के लाभार्थियों का लाखों रुपये बाकी है। ग्राम सभा में लगभग 90 से अधिक शौचालय अधूरे पड़े हैं। इसी प्रकार पोखरभिंडा उर्फ चकदहां में चार दर्जन से अधिक लाभार्थी अनुदान राशि पाने के लिए ब्लॉक मुख्यालय का चक्कर लगा रहे हैं ।


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