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गोरखपुर विश्वविद्यालय में एमएससी कृषि की दूसरे चरण की काउंसिलिंग 26 से, यह है कट आफ मेरिट

गोरखपुर विश्वविद्यालय में एमएससी कृषि में प्रवेश के लिए दूसरी चरण की काउंसिलिंग 26 अक्टूबर से शुरू होगी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने काउंसिलिंग के लिए कट आफ मेरिट जारी कर दी है। एमएससी एक्वाकल्चर में छात्र-छात्राएं 25 अक्‍टूबर से प्रवेश ले सकते हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Mon, 25 Oct 2021 09:37 AM (IST)Updated: Mon, 25 Oct 2021 09:37 AM (IST)
गोरखपुर विश्वविद्यालय में एमएससी कृषि की दूसरे चरण की काउंसिलिंग 26 से, यह है कट आफ मेरिट
गोरखपुर विश्वविद्यालय में एमएससी कृषि में प्रवेश के लिए दूसरी चरण की काउंसिलिंग 26 अक्टूबर से शुरू होगी।

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में एमएससी कृषि में प्रवेश के लिए दूसरी चरण की काउंसिलिंग 26 अक्टूबर से शुरू होगी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने काउंसिलिंग के लिए कट आफ मेरिट जारी कर दी है।

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कट आफ मेर‍िट

एमएससी कृषि : (11-2 बजे तक), अनारक्षित- 78 अंक तक, ईडब्लूएस- 70 अंक तक, अनुसूचित जाति वर्ग- 42 अंक तक, ओबीसी - 70 अंक तक।

एमएससी एक्वाकल्चर : (25 अक्टूबर को सुबह 11 बजे), एमएससी प्राणि विज्ञान की प्रवेश परीक्षा में शामिल इच्छुक अभ्यर्थी भी प्रवेश ले सकते हैं।

दशमोत्तर छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति के आवेदन आज तक

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में दशमोत्तर छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति के लिए आवेदन केवल सोमवार तक किया जा सकता है। आवेदन के बाद उसकी हार्ड कापी जमा करने की आखिरी तिथि 27 अक्टूबर है। जिन कक्षाओं का परिणाम घोषित नहीं किया गया है, उन कक्षाओं के विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय द्वारा रिजल्ट नाट येट डिक्लेयर्ड के विकल्प के साथ आवेदन फार्म पूर्ण करने को कहा गया है। यह जानकारी अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. अजय सिंह ने दी।

अर्न बाय लर्न के लिए साक्षात्कार आज

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में अध्ययनरत पीएचडी और परास्नातक के ऐसे विद्यार्थी जो तकनीकी रूप से दक्ष हैं, उन्हें अर्न बाय लर्न योजना के तहत पढ़ाई के साथ कमाई का मौका अवसर प्रदान किया जाएगा। इसे लेकर सोमवार को विश्वविद्यालय की आइक्यूएसी सेल द्वारा साक्षात्कार का आयोजन दोपहर दो बजे किया गया है। साक्षात्कार में सफल 10 विद्यार्थियों को इस योजना का लाभ मिलेगा।

सामान्य विज्ञान के सवालों ने उलझाया, रीजनिंग ने दी राहत

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से शहर के 48 केंद्रों पर पीएसएस, सहायक वन संरक्षक और क्षेत्रीय वन अधिकारी की प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन हुआ। दो पाली में हुई परीक्षा की पहली पाली सामान्य अध्ययन का पेपर हुआ। परीक्षार्थियों के मुताबिक इस पेपर के विज्ञान के सवालों ने काफी उलझाया। हालांकि विज्ञान के विद्यार्थियों को इन सवालों को हर करने में बहुत मुश्किल नहीं आई। उन्हें इतिहास और भूगोल के सवाल कठिन लगे।

सामान्य अध्ययन के पेपर में उलझे छात्रों को दूसरे यानी सी-सेट के पेपर में राहत मिली। इस पेपर में रीजनिंग के सवाल उन्हें आसान लगे। भाषा से जुड़े सवालों ने बहुत परेशान नहीं किया। हालांकि कुछ छात्रों ने रिजनिंग को हल करने में भी परेशानी बात साझा की। कुछ मिलाकर परीक्षार्थियों के मुताबिक पेपर सामान्य रहा। कठिन सवालों को आसान सवालों से संतुलन मिलता रहा। पहली पाली की परीक्षा सुबह 9.30 से 11:30 बजे तक चली जबकि दूसरे पाली की परीक्षा दोपहर 2.30 से शुरू हाेकर शाम 4.30 सम्पन्न हुई। परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन की ओर से 16 सेक्टर मजिस्ट्रेट और 48 स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई थी।

बीते वर्षो की तुलना में आसान था पेपर

GS World संस्थान के प्रबंध निदेशक नीरज सिंह ने बताया कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा का प्रथम प्रश्न पत्र में पिछले वर्षों की तुलना में सरल और सीधे सवाल थे। जिन छात्रों ने राजनीति विज्ञान, भूगोल, करंट अफेयर्स को बेहतर ढंग से पढ़ा होगा, वह बेहतर स्थिति में होंगे। इस बार अधिकांश विषयों के फैक्ट आधारित तो कुछ के कांसेप्ट आधारित प्रश्न पूछे गए थे। द्वितीय प्रश्न पत्र इस बार सभी खंडों के संतुलन को बनाये हुए रहा। गणित, रीजनिंग, सम्प्रेषण और हिंदी के प्रश्न सामान्य से मध्यम श्रेणी के रहे। ऐसे में इस बार सी-सैट को लेकर परीक्षार्थियों को दुविधा कम हुई।

12849 परीक्षार्थियों ने दी परीक्षा

पहली पाली की परीक्षा में जहां 48 केंद्रों पर 22,656 पंजीकृत थे। इनमें से 12,849 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी जबकि 9807 शामिल नहीं हुए। दूसरी पाली में 12839 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए, 9817 ने परीक्षा छोड़ दी। एडीएम सिटी विनीत कुमार सिंह ने बताया कि दोनों पालियों की परीक्षा शुचिता के साथ सम्पन्न हुई। कहीं से किसी तरह की शिकायत नहीं मिली।


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