Gorakhpur School Reopen: सात माह बाद आज से लौटेगी स्कूलों की रौनक, दो शिफ्ट में तीन-तीन घंटे चलेंगी कक्षाएं
सोमवार से गोरखपुर में स्कूल कॉलेज खुलने जा रहे हैं। स्कूलों में तीन-तीन घंटे के दो शिफ्ट में पढ़ाई होगी। जिले के सीबीएसई आईसीएसई और माध्यमिक विद्यालयों ने रविवार को स्कूल खोलने की तैयारियों को अंतिम रूप दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। सात माह से बंद चल रहे स्कूलों में सोमवार से रौनक दिखाई देगी। फिजिकल डिस्टेंसिंग के बीच नौंवी से बारहवीं के 50 फीसद बच्चे पढ़ते नजर आएंगे। अभिभावकों की सहमति पर ही बच्चों को स्कूल बुलाया जाएगा। आनलाइन कक्षा का संचालन पूर्व की तरह जारी रहेगा। तीन-तीन घंटे के दो शिफ्ट में पढ़ाई होगी। जिले के सीबीएसई, आईसीएसई और माध्यमिक विद्यालयों ने रविवार को स्कूल खोलने की तैयारियों को अंतिम रूप दिया। जबकि घर पर पढ़ने वाले बच्चों के लिए पहले की तरह स्वयं प्रभा चैनल, यू-ट्यूब, वाट्सएप, डीडी यूपी पर चल रही कक्षाएं ही एकमात्र विकल्प होगा।
पहली पाली (सुबह 8-11 बजे) नौंवी और दसवीं तो दूसरी पाली दोपहर 12-3 बजे तक 11वीं-12वीं के विद्यार्थियों को विद्यालय बुलाया जाएगा। बीच के एक घंटे के दौरान स्कूल परिसर को सैनिटाइज कराना अनिवार्य होगा। स्कूल संचालकों को कोविड की गाइडलाइंस का शत प्रतिशत पालन करना होगा। शिक्षा विभाग के साथ साथ जिला प्रशासन भी स्कूलों में व्यवस्था का औचक निरीक्षण करेगा। विद्यालय प्रशासन ने भी वाट्सअप के जरिए बच्चों को विद्यालय के समय और और खुलने की जानकारी दे दी है। हालांकि कुछ अभिभावक कोविड-19 के खौफ से अभी भी असमंजस में हैं कि वह अपने बच्चों को विद्यालय भेजे की न भेजे। इसके लिए सरकार और प्रशासन ने सभी विद्यालयों को निर्देश दिया है कि जो बच्चा विद्यालय आएगा उसे एक प्रोफार्मा अपने अभिभावक से भरवाकर लाना होगा। जिसमें उसे उसके अभिभावक द्वारा विद्यालय आने की अनुमति दी गयी है। उस फार्म को विद्यालय में जमा करने के बाद ही पढ़ने के लिए कक्षाओं में बैठने दिया जाएगा।
विद्यालय को बनाया होगा मेडिकल रूम
सभी विद्यालय को अपने यहां मेडिकल रूम बनाना होगा। जहां प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ की तैनाती की जाएगी। मेडिकल रूम में दो बेड, ऑक्सीजन, पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मल स्कैनर रखना अनिवार्य होगा। परिसर के अंदर कोरोना से बचाव को लेकर बैनर और पोस्टर लगाने होंगे। स्कूल परिसर के अंदर थूकने पर सख्त पाबंदी होगी।
सोमवार से सभी विद्यालयों में दो शिफ्टों में कक्षाएं चलेंगी। पचास फीसद छात्रों को स्कूल बुलाया जाएगा। सभी स्कूल संचालकों को गाइड लाइंस का शत प्रतिशत पालन करना होगा। किसी प्रकार की कोताही बर्दाशत नहीं की जाएगी। - ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया, डीआइओएस।