जय की जगह विजय के नाम केस दर्ज होने पर सवाल
बिजली विभाग बताता रहा हकीकत पुलिस ने नहीं दिया ध्यान अवर अभियंता की तहरीर में था बिजली चोरी के मामले में जय का नाम
जागरण संवाददाता, (बघौली) संतकबीर नगर: विद्युत चोरी के मामले में बघौली निवासी जय कुमार गुप्ता की जगह उसके भाई विजय कुमार को कोतवाली पुलिस द्वारा जेल भेजे जाने का मामला चर्चा में है। प्रकरण में कोतवाली पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठ रहे हैं। सवाल यह उठ रहा है कि जब अवर अभियंता ने जय कुमार के नाम से मुकदमा दर्ज करने के लिए कोतवाली खलीलाबाद में तहरीर दी थी तो फिर मुकदमे मे विजय का नाम कैसे आ गया। सवाल यह भी उठ रहा है कि बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता ने भी जब लिखित तौर पर यह अवगत करा दिया था कि तहरीर जय कुमार के नाम से दी गई है, तो 12 अक्टूबर को आखिर विजय कुमार को क्यों गिरफ्तार कर लिया गया। विजय के तीन दिन जेल में रहने के बाद पुलिस के अधिकारी अब जांच कराने की बात कह रहे हैं।
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यह है मामला
बघौली कस्बा के जय कुमार व विजय कुमार गुप्ता सगे भाई हैं। पिता राम अवतार की मौत हो जाने के बाद से दोनों अलग रहते हैं। विद्युत उपकेंद्र औद्योगिक क्षेत्र खलीलाबाद के अवर अभियंता अमित सिंह ने एक जून 2018 को जांच के दौरान बकाए को लेकर जय कुमार का बिजली कनेक्शन काट दिया था। इसके बाद 18 जून 2018 को दोबारा जांच में जय कुमार कटिया कनेक्शन के माध्यम से बिजली का प्रयोग करते मिले। इसे लेकर अवर अभियंता ने कोतवाली खलीलाबाद में जय कुमार पुत्र स्व. राम अवतार के खिलाफ विद्युत चोरी का मुकदमा दर्ज करने की तहरीर दी थी। 12 अक्टूबर 2021 को मुकदमे में न्यायालय से जारी वारंट के आधार पर बघौली चौकी पुलिस ने विजय कुमार को गिरफ्तार करके कोतवाली भेज दिया। अगले दिन उन्हें जेल भेज दिया गया। तीन दिन बाद जमानत से छूटकर वह घर पहुंचे। उन्होंने जब पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से मिलकर अपनी बेगुनाही की हकीकत बताई तो तो अब जांच-पड़ताल शुरू हो गई है।
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जय कुमार और विजय कुमार के मामले की जांच की जा रही है। गलती कैसे हुई है और इसका दोषी कौन है, जांच के बाद ही पता चलेगा। मामले में जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी।
संतोष कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक