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Sanskarshala: बच्चों पर रखें नजर, कहीं लत न बन जाए इंटरनेट मीडिया

बहुत से ऐसे बच्चें हैं जिन्हें लगता है कि अगर वे इंटरनेट मीडिया का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो अन्य बच्चों से पीछे हैं। ऐसे में अभिभावकों को ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे इंटरनेट के इस्तेमाल को नशा न बनाएं।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandPublished: Fri, 07 Oct 2022 03:42 PM (IST)Updated: Fri, 07 Oct 2022 03:42 PM (IST)
Sanskarshala: बच्चों पर रखें नजर, कहीं लत न बन जाए इंटरनेट मीडिया
स्टेपिंग स्टोन इंटर कालेज की प्रधानाचार्य अपनीत गुप्ता। -जागरण

गोरखपुर। सूर्यकुंड स्टेपिंग स्टोन इंटर कालेज की प्रधानाचार्य अपनीत गुप्ता ने बताया कि कोरोनाकाल में जब हम घरों में कैद हो गए और लोगों से मिलना-जुलना से लेकर आफिस, स्कूल सब बंद हो गए तब हमारे पास इंटरनेट मीडिया ही लोगों से संपर्क करने का एकमात्र साधन था। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से ही बच्चों की पढ़ाई, लोगों के काम और एक-दूसरे से जुड़ने का मौका मिला। हर आयु वर्ग के लोग अपना ज्यादा वक्त इंटरनेट मीडिया के उपलब्ध इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर व्यतीत करने लगे। बच्चों को जब आनलाइन पढ़ाई के लिए मोबाइल और लैपटाप मिले तो वो पढ़ाई के साथ साथ मोबाइल पर गेम और दोस्तों से चैट करने लगे।

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रचनात्मकता को खत्म कर देता है इंटरनेट का ज्यादा इस्तेमाल

परिणाम यह हुआ कि बच्चे खेलकूद और रचनात्मक कार्यों जैसे पेंटिंग, सिंगिंग आदि से दूर होने लगे। अभिभावक भी अपने जरूरी कार्यों को निपटा कर इन कनेक्टिंग डिवाइस पर लोगों से संपर्क साधने लगे। आज कोरोनाकाल के खत्म होने के बाद जब हम वापस स्कूल, आफिस जा रहे हैं तब भी इंटरनेट मीडिया पर अपना ज्यादा समय व्यतीत कर रहे हैं और अब तो लोगों को इसकी लत लग चुकी है। इंटरनेट का ज्यादा इस्तेमाल रचनात्मकता को खत्म कर देता है, क्योंकि हम अपने हर समस्या का समाधान बिना सोचे, किए सीधे इंटरनेट पर खोजने लगते हैं। इसलिए हम अपने सोचने और समझने की क्षमता खो देते हैं। दिमाग का प्रयोग कम हो जाता है।

छोटी उम्र में तेजी से बढ़ रहा इंटरनेट मीडिया का नशा

छोटी उम्र में इंटरनेट मीडिया का नशा तेजी से बढ़ रहा है। अभिभावक भी बच्चों को व्यस्त रखने के लिए फोन दे देते हैं जो कि घातक होता है। बच्चे लोगों से मिलना-जुलना कम कर चुके हैं और ज्यादा समय इंटरनेट मीडिया पर व्यतीत करते हैं। वह खेलकूद करना भी पसंद नहीं करते हैं इससे उनके अंदर चिड़चिड़ापन आ जा रहा है। यदि अभिभावक बच्चों को इंटरनेट मीडिया के इस्तेमाल से रोकते हैं तो बच्चे चिड़चिड़ा होने के साथ-साथ गुस्सा करते हैं। बच्चे समझते हैं कि अगर वह इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय नहीं है तो अन्य बच्चों से वह पिछड़ रहे हैं। बच्चों और युवाओं को इंटरनेट मीडिया के लत से दूर करने के लिए अभिभावक को सबसे पहले अपनी कनेक्टिंग डिवाइस से जुड़ने की आदत को छोड़ना होगा। अपना ज्यादा समय बच्चों के साथ व्यतीत करें। उनके किसी रचनात्मक कार्य को सपोर्ट करे और उन्हें खेलकूद के लिए प्रेरित करें।


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