बीएड की फर्जी डिग्री वाले बर्खास्त शिक्षकों पर दर्ज होगा मुकदमा, विभाग ने शुरू की तैयारी Gorakhpur News
बीएड की फर्जी डिग्री लगाकर परिषदीय विद्यालयों में नौकरी पाने वाले शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज होगा। शासन के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। जिले में बीएड की फर्जी डिग्री वाले बर्खास्त छह शिक्षक भी मुकदमे की कार्रवाई की जद में आएंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के बीएड सत्र 2005 की फर्जी डिग्री लगाकर परिषदीय विद्यालयों में नौकरी पाने वाले शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज होगा। शासन के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। जिले में बीएड की फर्जी डिग्री वाले बर्खास्त छह शिक्षक भी मुकदमे की कार्रवाई की जद में आएंगे। जिन शिक्षकों पर एफआइआर दर्ज होना है उनमें पिपरौली व कैंपियरगंज के दो-दो तथा बड़हलगंज व भटहट के एक-एक शिक्षक शामिल हैं।
शासन के निर्देश के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने शुरू की तैयारी
बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि पूर्व में हुए जांच के दौरान जनपद में आगरा विश्वविद्यालय से बीएड सत्र 2005 में छह फर्जी डिग्रीधारक शिक्षक मिले थे। जो अलग-अलग ब्लाकों के परिषदीय विद्यालयों में तैनात थे। जांच के बाद इन सभी शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है। अभी तक इन पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ था। हाईकोर्ट के आदेश के बाद शासन ने इन पर जल्द मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया है। शासन ने यह भी कहा है कि यदि कोई शिक्षक अन्य जिले में स्थानांतरित हो गया है तो उस पर मुकदमे की कार्रवाई की जाए। हालांकि बीएड के फर्जी डिग्री मामले में जिले में जो छह शिक्षक मिले थे वह सभी यही तैनात रहे हैं।
दो वर्षों में जिले में बर्खास्त हो चुके हैं 76 शिक्षक
शिकायत के आधार पर हुई जांच में फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करते पाए जाने पर जिले में अब तक 76 शिक्षक बर्खास्त हो चुके हैं। इनमें सर्वाधिक 43 शिक्षक गोरखपुर जनपद के हैं। इनके अलावा 20 निलंबित शिक्षकों पर खंड शिक्षाधिकारियों द्वारा जांच की जा रही है।
CISCE: सत्रह केंद्रों पर आठ परीक्षार्थी देंगे परीक्षा
काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआइएससीई) ने दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा का कार्यक्रम जारी कर दिया है। 10वीं की परीक्षा पांच मई से सात जून तो बारहवीं की परीक्षा आठ अप्रैल से 16 जून तक चलेंगी। जिले में परीक्षा के लिए 17 केंद्र बनाए गए हैं। जहां दसवीं में पांच हजार और बारहवीं में तीन हजार विद्यार्थी पंजीकृत हैं।सीआइएससीई के जिला कोआर्डिनेटर फादर सीबी जोसेफ ने बताया कि परीक्षाएं दो शिफ्ट में होंगी। परिणाम जुलाई में जारी होगा। परीक्षाओं के दौरान केंद्र पर कोविड 19 प्रोटोकॉल का शत-प्रतिशत पालन किया जाएगा। केंद्र पर भीड़ न हो इसलिए विद्यार्थियों को परीक्षा शुरू होने से पहले केंद्र पर पहुंचने के लिए निर्देशित किया गया है।