गोरखपुर में काली पट्टी बांध रोडवेजकर्मियों ने किया प्रदर्शन
संयोजक अजय कुमार ने कहा कि धरना प्रदर्शन रैली आम सभा गेट मीटिंग के माध्यम से सरकार व निगम प्रबंधन को मोर्चा की मांगों से अवगत कराया जा रहा है। लेकिन सरकार मोर्चा की मांगों पर विचार नहीं कर रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। कर्मचारी- अधिकारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर रोडवेजकर्मियों ने काली पट्टी बांधकर निजीकरण सहित सात सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने रेलवे बस डिपो और क्षेत्रीय कार्यालय परिसर में धरना दिया। ज्ञापन सौंपने के बाद पदाधिकारियों ने कहा कि निजीकरण के विरोध होता रहेगा और मोर्चा के नेतृत्व में आंदोलन जारी रहेगा।
संयोजक अजय कुमार ने कहा कि धरना, प्रदर्शन, रैली, आम सभा, गेट मीटिंग के माध्यम से सरकार व निगम प्रबंधन को मोर्चा की मांगों से अवगत कराया जा रहा है। लेकिन सरकार मोर्चा की मांगों पर विचार नहीं कर रही है। निगम को धीरे-धीरे निजी हाथों में सौंपने की साजिश रची जा रही है। यह साजिश कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्गों पर प्राइवेट बसों को चलाने के लिए परमिट जारी करने की प्रक्रिया चल रही है। निगम में आउटसोर्स को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसको लेकर कर्मचारियों का आक्रोश है। इस मौके पर कैलाश प्रसाद, केके तिवारी, महेंद्र पांडेय, मनोज कुमार पांडेय, संजय कुमार सिंह, प्रेम सिंह, राम प्रकाश, विनोद तिवारी और कृष्ण चंद्र श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।
पीआरकेएस ने किया कर्मचारियों के स्थानांतरण का विरोध
पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ (पीआरकेएस) ने कर्मचारियों के स्थानांतरण पर विरोध किया है। पदाधिकारियों ने महामंत्री विनोद कुमार राय के नेतृत्व में बैठक कर रेलवे प्रशासन से स्थानांतरण पर यथाशीघ्र रोक लगाने की मांग की है। महामंत्री ने कहा कि रेलवे बोर्ड ने 31 मार्च 2021 तक स्थानांतरण पर रोक लगाया है। इसके बाद भी मुख्यालय गोरखपुर सहित लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मंडल में धड़ल्ले से स्थानांतरण जारी है। रेलवे बोर्ड के स्पष्ट आदेश के बावजूद अभी तक कर्मचारियों की छुट्टी के मामलों का हल नहीं निकल पाया है। रेलकर्मियों की परेशानी बढ़ती जा रही है। इस मौके पर एके सिंह, माधव प्रसाद शर्मा, रामकृपाल शर्मा, देवेंद्र प्रताप यादव, डीके तिवारी, आरपी भट्ट आदि पदाधिकारी मौजूद थे।